देश में जारी किसान आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश में किसान महासम्मेलन को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के रायसेन में 'किसान कल्याण' कार्यक्रम में किसानों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज मध्य प्रदेश के 35 लाख किसानों के बैंक खातों में 16 सौ करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कृषि कानून और एमएसपी को लेकर किसानों को सफाई दी।
पीएम मोदी ने कहा, "स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने का काम हमारी ही सरकार ने किया। अगर हमें एमएसपी हटानी ही होती तो स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू ही क्यों करते। हमारी सरकार एमएसपी को लेकर इतनी गंभीर है कि हर बार, बुवाई से पहले एमएसपी की घोषणा करती है। इससे किसान को भी आसानी होती है, उन्हें भी पहले पता चल जाता है कि इस फसल पर इतनी एमएसपी मिलने वाली है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने अपने पांच साल में किसानों से लगभग 1700 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा था। हमारी सरकार ने अपने पांच साल में 3,000 लाख मीट्रिक टन धान किसानों से एमएसपी पर खरीदा है। उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग पहले से ही कई राज्यों में चल रही है। इन कानूनों में किसानों के शोषण को खत्म किया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि 6 महीने से ज्यादा का समय हो गया है, जब ये कानून लागू किए गए थे। कानून बनने के बाद भी वैसे ही MSP की घोषणा की गई, जैसे पहले की जाती थी। कोरोना महामारी से लड़ाई के दौरान भी ये काम पहले की तरह किया गया। MSP पर खरीद भी उन्हीं मंडियों में हुई, जिन में पहले होती थी।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर कानून लागू होने के बाद भी MSP की घोषणा हुई, MSP पर सरकारी खरीद हुई, उन्हीं मंडियों में हुई, तो क्या कोई समझदार इस बात को स्वीकार करेगा कि MSP बंद हो जाएगी? उन्होंन कहा कि इसलिए मै कहता हूं, इससे बड़ा कोई झूठ नहीं हो सकता। इससे बड़ा कोई षड़यंत्र नहीं हो सकता।