देश में महाराष्ट्र के कृषक परिवारों के पास औसतन सबसे अधिक जमीन है। महाराष्ट्र के कृषक परिवारों के पास औसतन 1.34 हेक्टेयर जमीन है। वहीं, लद्दाख के कृषक परिवारों के पास सबसे कम औसतन 0.22 हेक्टेयर जमीन है। वहीं, अगर लीज पर जमीन लेकर खेती करने की बात करें, तो मेघालय पहले नंबर पर है, जहां 31 फीसदी कृषिक परिवार लीज पर जमीन लेकर खेती करते हैं। दूसरी तरफ, हरियाणा में सबसे अधिक 9.3 फीसदी कृषक परिवार जमीन लीज पर देते हैं। ये तथ्य हाल ही में नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) द्वारा जारी अखिल भारतीय ग्रामीण वित्तीय समावेशन सर्वेक्षण (एनएएफआईएस) 2021-22 की रिपोर्ट में सामने आए हैं।
नाबार्ड की रिपोर्ट के अनुसार, जिन राज्यों में कृषक परिवारों के पास अधिक जमीन है उनमें महाराष्ट्र के बाद राजस्थान में 1.32 हेक्टेयर, नागालैंड में 1.27 हेक्टेयर, मध्य प्रदेश में 1.21 हेक्टेयर और गोवा में 1.20 हेक्टेयर जमीन है। वहीं, आंध्र प्रदेश और पंजाब में 0.97 हेक्टेयर, कर्नाटक में 0.94 हेक्टेयर, ओडिशा में 0.51 हेक्टेयर और उत्तर प्रदेश में 0.37 हेक्टेयर जमीन कृषक परिवारों के पास है।
सबसे कम भूमि वाले कृषक परिवारों के मामले में लद्दाख पहले स्थान पर है। इसके बाद बिहार में कृषक परिवारों के पास 0.29 हेक्टेयर, उत्तराखंड मे 0.33 हेक्टेयर, पश्चिम बंगाल में 0.35 हेक्टेयर, हिमाचल प्रदेश में 0.39 हेक्टेयर, केरल में 0.43 हेक्टेयर और हरियाणा 0.55 हेक्टेयर जमीन है।
कृषिक परिवारों के पास 12 गुना अधिक जमीन
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कृषक परिवारों के पास गैर-कृषक परिवारों की तुलना में 12 गुना अधिक जमीन है। देश में कृषक परिवारों के पास जहां औसतन 0.70 हेक्टेयर जमीन है, वहीं गैर-कृषक परिवारों के पास जमीन का स्वामित्व सिर्फ 0.06 हेक्टेयर है।
वहीं, सभी परिवारों में औसत भूमि स्वामित्व की बात करें तो नागालैंड सबसे ऊपर है। जहां परिवारों के पास 0.95 हेक्टेयर जमीन है। इसके बाद राजस्थान में 0.88 हेक्टेयर, महाराष्ट्र में 0.80 हेक्टेयर, मध्य प्रदेश में 0.79 हेक्टेयर, गुजरात में 0.57 हेक्टेयर और कर्नाटक में 0.56 हेक्टेयर जमीन परिवारों के पास है।
लीज पर खेती में मेघालय सबसे आगे
लीज पर जमीन लेकर खेती करने में मेघालय सबसे आगे है। उसके बाद बिहार में 25 फीसदी, मणिपुर में 18 फीसदी, महाराष्ट्र में 16 फीसदी और ओडिशा में 15 फीसदी कृषक परिवार लीज पर जमीन लेकर खेती करते हैं। जमीन लीज पर देने के मामले में हरियाणा के बाद अरुणाचल प्रदेश में 4 फीसदी, तमिलनाडु में 4.2 फीसदी, केरल में 3.9 फीसदी और बिहार में 3 फीसदी परिवार जमीन लीज पर देते हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में 7.9 फीसदी कृषक परिवारों ने जमीन लीज पर लेने की जानकारी दी, जबकि केवल 2 फीसदी परिवारों ने अपनी जमीन लीज पर देने की बात कही।