चीनी उद्योग के संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने चालू शुगर सीजन (अक्तूबर 2021 से सितंबर 2022) में देश में 305 लाख टन चीनी उत्पादन होने अनुमान लगाया है। इस्मा ने इसके पहले जुलाई में 310 लाख टन चीनी उत्पादन होने का अनुमान लगाया था। इस्मा द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसके बाद जनवरी, 2022 में उत्पादन का अगला अनुमान जारी किया जाएगा। इस साल गन्ने के रस से बनने वाले बी हैवी मोलेसेस का एथनॉल उत्पादन में सीधा उपयोग बढ़ने के चलते भी चीनी उत्पादन में कमी आने की बात इस्मा ने कही है। वहीं सितंबर और अक्तूबर में अधिक बारिश होने के चलते उत्तर प्रदेश में गन्ने के उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ेगा और उसके चलते यहां चीनी उत्पादन में और अधिक कमी आने की संभावना बन रही है। पिछले सीजन (2020-21) में चीनी उत्पादन 311.81 लाख टन रहा था। वहीं एक अक्तूबर, 2021 को चीनी का ओपनिंग स्टॉक 82.94 लाख टन था जो पिछले साल के ओपनिंग स्टॉक 107.40 लाख टन से 25 लाख टन कम है।
इस्मा का कहना है कि एथनॉल के लिए सीधे गन्ने का रस और बी-हैवी मोलेसेस का इस्तेमाल करने से 34 लाख टन चीनी उत्पादन कम होगा। हालांकि इसका अधिक बेहतर आकलन सरकार द्वारा एथनॉल के लिए टेंडर आने के बाद होगा।
इस्मा के मुताबिक एक अक्तूबर, 2021 को चीनी का ओपनिंग स्टॉक 82.94 लाख टन था जो पिछले साल के ओपनिंग स्टॉक 107.40 लाख टन से 25 लाख टन कम है। इस्मा का कहना है कि इस कमी के बावजूद चालू सीजन का ओपनिंग स्टॉक सीजन की शुरुआती महीनों के खपत से अधिक है। पिछले सीजन (2020-21) में चीनी उत्पादन 311.81 लाख टन रहा था। वहीं इस दौरान 70.72 लाख टन चीनी का देश से निर्यात हुआ। चालू सीजन में भी देश से 60 लाख टन चीनी के निर्यात की जरूरत होगी क्योंकि उत्पादन में बहुत अधिक अंतर नहीं है।
देश में कई स्थानों पर गन्ने का नया पेराई सीजन (2021-22) शुरू हो चुका है और दूसरे हिस्सों में इसके जल्द शुरू होने की संभावना है। पेराई सीजन के पूरी तरह शुरू होने के बाद गन्ने की उत्पादकता और चीनी की रिकवरी के आधार पर चीनी उत्पादन की तसवीर और अधिक साफ हो सकेगी। हमेशा की तरह इस्मा इसकी समीक्षा के आधार पर जनवरी, 2022 में चीनी और गन्ना उत्पादन के अनुमानों की समीक्षा करेगी।
जहां तक दो बड़े चीनी उत्पादन राज्यों की बात है तो उनमें इस बार उत्तर प्रदेश के पहले स्थान पर रहने की संभावना नहीं है। यहां गन्ने का क्षेत्रफल 23.08 लाख हैक्टेयर है और एथनॉल उत्पादन में चीनी के डायवर्जन के बिना चालू चीनी सीजन 2021-22 में यहां का उत्पादन 113.5 लाख टन रहने का अनुमान है। वहीं महाराष्ट्र में गन्ने का क्षेत्रफल 12.78 लाख हैक्टेयर है और वहां पर चालू सीजन में एथनॉल के लिए डायवर्जन के बिना चीनी उत्पादन 122.5 लाख टन रहने का अनुमान है। कर्नाटक का चीनी उत्पादन 49.5 लाख टन रहने का अनुमान है।