इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर (जीडीपी ग्रोथ) का अनुमान बढ़ा दिया है। आईएमएफ ने 0.20 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ जीडीपी ग्रोथ के 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। आईएमएफ ग्रोथ फोरकास्ट के अनुसार, अप्रैल 2024 में भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.8 फीसदी था। जिसे अब बढ़ाकर कर 7 फीसदी कर दिया गया है। वहीं, 2025-26 में जीडीपी ग्रोथ के 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। जबकि 2023-24 में यह 8.2 फीसदी पर थी।
आईएमएफ ने अपनी वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में बताया कि भारत के आर्थिक विकास दर को रिवाइज कर 7.0 फीसदी कर दिया गया है। आईएमएफ ने भारत में निजी खपत (प्राइवेट कंजम्पशन) में सुधार का अनुमान जताया है, जिससे देश की आर्थिक विकास दर को और गति मिल सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत के बाद दूसरे नंबर चीन है, जिसकी जीडीपी ग्रोथ के 5 फीसदी रहने का अनुमान है। ग्लोबल इकोनॉमी की ग्रोथ 3.2 फीसदी रहने की संभावना जताई गई है, जो पिछले वित्त वर्ष 2023-24 के 3.3 फीसदी की तुलना में कम है।
भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर को लेकर आईएमएफ का अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से 2 फीसदी कम है। जून महीने में आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि पिछले तीन सालों से भारत की आर्थिक विकास दर 7 फीसदी से ऊपर रही है, जो एक सकारात्मक संकेत है।