सरकार ने अप्रैल से शुरू होने वाले 2022-23 के मार्केटिंग वर्ष में 444 लाख टन गेहूं खरीदे जाने का अनुमान है। केंद्रीय खाद्य सचिव ने शुक्रवार को राज्यों के खाद्य सचिवों और भारतीय खाद्य निगम एफसीआई के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक बैठक की, जिसमें खरीफ मार्केटिंग सीजन 2021-22 और रबी मार्केटिंग सीजन 2022-23 में खरीद की व्यवस्था पर विचार किया गया।
रबी का मार्केटिंग सीजन अप्रैल से शुरू होकर अगले वर्ष मार्च तक चलता है। 2021-22 का खरीफ मार्केटिंग सीजन अक्टूबर 2021 में शुरू हुआ और यह सितंबर 2022 में खत्म होगा। सरकार की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि आने वाले रबी मार्केटिंग सीजन 2022-23 में 444 लाख टन गेहूं खरीदे जाने का अनुमान है। यह 2021-22 की तुलना में अधिक है।
2021-22 के रबी मार्केटिंग सीजन में भारतीय खाद्य निगम ने रिकॉर्ड 443.44 लाख टन गेहूं की खरीद की। यह 2020-21 की तुलना में 11 फ़ीसदी अधिक है। मौजूदा खरीफ मार्केटिंग सीजन में रबी की फसल चावल का भी 42.92 लाख टन खरीद किए जाने का अनुमान है। यह खरीद सात राज्यों से की जाएगी। अभी महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना से खरीद का अनुमान मिलना बाकी है।
इस बैठक में मोटे अनाज को बढ़ावा देने, ऑनलाइन खरीद प्रक्रिया के लिए न्यूनतम सीमा लागू करने, जूट की बोरी और अन्य पैकेजिंग मैटेरियल की सप्लाई, भंडारण क्षमता, खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता और फूड सब्सिडी के ऑनलाइन सेटलमेंट जैसे मुद्दों पर भी विचार हुआ।