उज्जवला योजना के 9.60 करोड़ लाभार्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले इस योजना के लाभार्थियों को बड़ा तोहफा देते हुए एलपीजी सिलेंडर के दाम 100 रुपये और घटा दिए हैं। अब उन्हें 14.2 किलो वाले रसोई गैस सिलेंडर के लिए करीब 600 रुपये देने होंगे। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को यह फैसला किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस सिलेंडर के लिए दी जाने वाली सब्सिडी को 200 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया गया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। इससे पहले सितंबर में रक्षा बंधन के मौके पर मोदी सरकार ने सभी उपभोक्ताओं के लिए घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम 200 रुपये घटाकर 900 रुपये कर दिया था। तब उज्जवला के लाभार्थियों के लिए यह कीमत 700 रुपये की गई थी जिसे अब और घटाकर 600 रुपये कर दिया गया है।
अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉनफ्रेंस कर कहा, ''प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। हमने रक्षा बंधन और ओणम के अवसर पर रसोई गैस के सिलेंडर में 200 रुपये की कटौती की थी जिससे कीमत 1100 रुपये से घटकर 900 रुपये हो गई। उज्जवला योजना के लाभार्थी को 700 रुपये में रसोई गैस मिलने लगा था। अब उज्जवला योजना के लाभार्थी को 300 रुपये की सब्सिडी मिलेगी यानी उन्हें 600 रुपये में गैस सिलेंडर मिलेंगे।''
सितंबर में केंद्र सरकार ने न सिर्फ रसोई गैस सिलेंडर के दाम घटाए थे, बल्कि उज्जवला योजना के तहत 75 लाख नए एलपीजी कनेक्शन देने की भी घोषणा की थी। इसके लिए सरकार 1,650 करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया है। अगले तीन साल में महिलाओं को ये कनेक्शन दिए जाएंगे। इसके बाद पीएम उज्जवला योजना के लाभार्थियों की संख्या 10.35 करोड़ हो जाएगी।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत वर्ष 2016 में की गई थी। इस योजना का मकसद गरीबों और निम्न आय वर्ग की महिलाओं को एलपीजी सिलेंडर देना था। इस योजना के तहत ग्रामीण और शहरी इलाकों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली महिलाओं को मुफ्त में गैस कनेक्शन मिलता है। इसका लाभ केवल बीपीएल कार्डधारकों को ही मिलता है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए राशन कार्ड होना आवश्यक है। साथ ही परिवार की आमदनी 27,000 रुपये से कम होनी चाहिए।