भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) अगले हफ्ते होने वाली तीसरी ई-नीलामी में 11.72 लाख टन गेहूं बिक्री की पेशकश करेगा। पिछली दो नीलामी में 13.05 लाख टन गेहूं की बिक्री आटा मिलों, बड़े व्यापारियों और गेहूं उत्पाद निर्माताओं जैसे थोक खरीदारों को की जा चुकी है। इसमें 8.96 लाख टन गेहूं एफसीआई के गोदामों से बोली लगाने वाले थोक खरीदार उठा चुके हैं। इसकी वजह से गेहूं और आटा की खुदरा कीमतें घटी हैं।
गेहूं और आटा की बढ़ती घरेलू कीमतों को रोकने के लिए सरकार ने पिछले महीने केंद्रीय पूल से खुले बाजार में 30 लाख टन गेहूं की बिक्री करने का फैसला किया था। इसमें से 25 लाख टन गेहूं की बिक्री एफसीआई द्वारा ई-नीलामी के जरिये थोक खरीदरों को की जा रही है। एफसीआई ने पहली नीलामी 1-2 फरवरी को और दूसरी 15 फरवरी को की थी। पहली नीलामी में 9.2 लाख टन और दूसरी नीलामी में 3.85 लाख टन गेहूं की बिक्री की गई थी।
खाद्य मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि तीसरी नीलामी 22 फरवरी को होगी जिसमें एफसीआई की ओर से 11.72 लाख टन गेहूं बिक्री की पेशकश की जाएगी। ई-नीलामी में भाग लेने वाले बोलीदाता एम-जंक्शन के ई-पोर्टल पर 17 फरवरी रात 10 बजे तक खुद को रजिस्टर्ड करवा सकते हैं। पंजीकृत बोलीदाताओं के लिए बयाना राशि जमा करने और अपलोड करने की अंतिम तिथि 21 फरवरी दोपहर 2:30 बजे तक है।
इससे पहले शुक्रवार को सरकार ने एफसीआई द्वारा नीलाम की जा रही गेहूं के आरक्षित मूल्य में कटौती करने की घोषणा की थी। खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत थोक खरीदारों के लिए उचित एवं औसत क्वालिटी के गेहूं की कीमत 2,350 रुपये से घटाकर 2,150 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है। वहीं कमतर गुणवत्ता (अंडर रिलैक्स्ड स्पेसिफिकेशन- यूआरएस) वाले गेहूं का दाम 2,125 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। है। खाद्य मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि यह दरें 31 मार्च, 2023 तक के लिए लागू रहेंगी। इससे आने वाले दिनों में गेहूं और आटा और सस्ता होने की उम्मीद बढ़ गई है। वैसे भी जब से ई-नीलामी शुरू हुई है गेहूं का थोक भाव 2,500 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे आ गया है जबकि खुदरा भाव 2,900 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास चल रहा है।