गेहूं और आटे की घरेलू कीमतों को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय पूल से की जा रही गेहूं की 5वीं नीलामी में 5.39 लाख टन गेहूं की बिक्री की गई। इसी के साथ अब तक 28.86 लाख टन गेहूं की बिक्री खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) कर चुका है। सफल बोलीदाताओं ने 8 मार्च तक कुल 19.51 लाख टन गेहूं एफसीआई के गोदामों से उठा लिया था। ओएमएसएस के तहत केंद्रीय पूल से 50 लाख टन गेहूं बेची जा रही है। इसमें से 45 लाख टन गेहूं की बिक्री एफसीआई ई-नीलामी के जरिये आटा मिलों, गेहूं उत्पाद निर्माताओं और बड़े व्यापारियों जैसे थोक खरीदारों को कर रहा है।
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया गया है कि एफसीआई की ओर से गेहूं की 5वीं ई-नीलामी 9 मार्च को की गई। निगम के 23 मंडलों में स्थित 657 डिपो से कुल 11.88 लाख टन गेहूं की पेशकश की गई थी। इसमें से 5.39 लाख टन गेहूं की बिक्री बोली लगाने वाले 1,248 खरीदारों को की गई। इन खरीदारों को औसत 2,197.91 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर गेहूं बेचा गया। यह लगातार तीसरी नीलामी है जब एफसीआई की पेशकश की तुलना में करीब आधे गेहूं के लिए ही खरीदारों ने बोली लगाई। इससे पहले चौथी ई-नीलामी में 11.57 लाख टन की पेशकश की तुलना में 5.4 लाख टन गेहूं के लिए ही बोली लगी थी। इसी तरह, तीसरी ई-नीलामी में 5.08 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई थी, जबकि एफसीआई ने 11.72 लाख टन की पेशकश की थी।
उपयुक्त एवं औसत गुणवत्ता (एफएक्यू) वाले गेहूं का रिजर्व प्राइस 2,150 रुपये और कम गुणवत्ता वाले (यूआरएस) का 2,125 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। बयान में कहा गया है कि नीलामी के दौरान प्राप्त हुई कुल कीमत से पता चलता है कि गेहूं की खुली बिक्री से बाजार मंदा हो गया है और गेहूं का औसतन मूल्य 2,200 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे है। बयान के मुताबिक, चौथी ई-नीलामी तक 23.47 लाख टन गेहूं बेचा गया था जिसके मुकाबले 8 मार्च तक 19.51 लाख टन गेहूं सफल बोलीदाताओं द्वारा उठा लिया गया है।
पांचवी नीलामी में 100 से 499 टन तक की मात्रा की मांग सबसे ज्यादा थी। इसके बाद 500-999 टन की मात्रा की मांग रही और उसके बाद 50-100 टन की मात्रा मांग थी। अगली ई-नीलामी 15 मार्च को होगी। 1 अप्रैल से एफसीआई गेहूं की सरकारी खरीद शुरू करेगा। इसे देखते हुए सरकार ने गेहूं उठाने की प्रक्रिया को 31 मार्च तक पूरा करने की अनुमति दी है।