इस साल अल-नीनो के चलते मानसून कमजोर रहा है जिससे खरीफ फसलों के उत्पादन में गिरावट आई है। उत्पादन घटने से किसानों की आमदनी कम हुई है जिसका असर टैक्टरों की बिक्री पर पड़ा है। अक्टूबर 2023 में ट्रैक्टरों की घरेलू बिक्री 4 फीसदी से ज्यादा (4.28 फीसदी) घटकर 1,18,232 यूनिट्स रह गई है। अक्टूबर 2022 में 1,23,525 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई थी। यही नहीं, अक्टूबर में ट्रैक्टरों का निर्यात भी जून 2020 के बाद सबसे कम रहा है। ट्रैक्टर उद्योग के संगठन ट्रैक्टर एंड मैकेनाइजेशन एसोसिएशन (टीएमए) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
टीएमए के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर 2023 में ट्रैक्टरों की कुल बिक्री 1,25,428 यूनिट्स रही है। इसमें से 7,186 ट्रैक्टरों का निर्यात हुआ है। पिछले साल अक्टूबर में 8,888 ट्रैक्टरों का निर्यात किया गया था। हालांकि, सितंबर 2023 के मुकाबले घरेलू बिक्री में 22 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले महीने घरेलू बाजार में 96,934 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई थी, जबकि निर्यात 8,523 यूनिट्स का हुआ था। सितंबर 2022 में 11,320 ट्रैक्टरों का देश से निर्यात किया गया था।
एक बहुराष्ट्रीय ट्रैक्टर निर्माता कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने रूरल वॉयस को बताया कि मानसून की कमजोरी का असर निश्चित तौर पर बिक्री पर दिखाई पड़ रहा है क्योंकि फसलों का उत्पादन घटने से किसानों का सेंटीमेंट कमजोर है। हम अभी आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं। उम्मीद है कि नवंबर में स्थिति में सुधार आएगा।
इससे पहले पिछले दिनों रूरल वॉयस को दिए इंटरव्यू में कोटक महिंद्रा बैंक के ट्रैक्टर फाइनेंस एवं गोल्ड लोन के प्रेसीडेंट श्रीपद जाधव ने भी यह संभावना जताई थी कि कमजोर मानसून का असर ट्रैक्टरों की बिक्री पर पड़ेगा। टीएमए के आंकड़ों के मुताबिक, देश की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री अक्टूबर में 2 फीसदी घटकर 49,336 यूनिट्स रह गई है।
जहां तक उत्पादन की बात है तो अक्टूबर में कंपनियों ने कुल 94,438 ट्रैक्टर बनाए थे, जो इससे पिछले महीने सितंबर में 90,688 यूनिट्स रही थी। अक्टूबर 2022 में 86,856 ट्रैक्टरों का देश में उत्पादन हुआ था।