पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले युवा किसान शुभकरण सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और बहन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।
बुधवार को पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच हुई झड़प में बठिंडा निवासी 21 वर्षीय शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी जबकि कई किसान घायल हो गए। टकराव के दौरान कई पुलिकर्मियों को भी चोटें आईं।
किसान शुभकरण की मौत को लेकर प्रदर्शनकारी किसानों में काफी रोष है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को घटना के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी। शुक्रवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में सीएम मान ने ऐलान किया, ''खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए शुभकरण सिंह के परिवार को पंजाब सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और उनकी छोटी बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी। दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।''
आंदोलनकारी किसान शुभकरण सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये के मुआवजे और परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी के अलावा उनकी मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग कर रहे थे। युवा किसान को सरकार की ओर से "शहीद" का दर्जा देने की मांग भी की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा कि वह युवा किसान की मौत से दुखी हैं और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। खनौरी में झड़पों में एक प्रदर्शनकारी की मौत और कई किसानों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने बुधवार को 'दिल्ली चलो' मार्च दो दिनों के लिए रोक दिया था और उसके बाद अगली रणनीति तय करने की बात कही थी।
फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अपनी मांगों को लेकर हजारों किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और ट्रकों के साथ खनौरी और शंभू में डेरा डाले हुए हैं।