कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 250-300 रुपये प्रति क्विंटल तक की वृद्धि करने की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने 2024 सीजन के लिए कोपरा के एमएसपी को मंजूरी दे दी।
सीजन 2024 के लिए सामान्य गुणवत्ता वाले मिलिंग कोपरा का एमएसपी 11,160 रुपये प्रति क्विंटल और बॉल कोपरा का 12,000 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। मिलिंग कोपरा के एमएसपी में पिछले सीजन की तुलना में 300 रुपये और बॉल कोपरा के एमएसपी में 250 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। मिलिंग कोपरा का उपयोग तेल निकालने के लिए किया जाता है, जबकि बॉल कोपरा को सूखे फल के रूप में खाया जाता है और धार्मिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। केरल और तमिलनाडु मिलिंग कोपरा के प्रमुख उत्पादक हैं, जबकि बॉल कोपरा का उत्पादन मुख्य रूप से कर्नाटक में होता है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान मंत्रालय ने एक बयान में इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि मिलिंग कोपरा के लिए 51.84 फीसदी और बॉल कोपरा के लिए 63.26 फीसदी का मार्जिन सुनिश्चित होगा, जो उत्पादन की अखिल भारतीय भारित औसत लागत से 1.5 गुना से भी अधिक है। बयान के मुताबिक, उच्च एमएसपी न केवल नारियल उत्पादकों के लिए बेहतर लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करेगा, बल्कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नारियल उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कोपरा उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी करेगा।
चालू सीजन 2023 में सरकार ने 1,493 करोड़ रुपये की लागत से 1.33 लाख टन से अधिक कोपरा की रिकॉर्ड खरीद की है। इससे लगभग 90,000 किसानों को लाभ हुआ है। मौजूदा सीजन की खरीद में पिछले सीजन (2022) की तुलना में 227 फीसदी की वृद्धि हुई है। केंद्रीय नोडल एजेंसी नेफेड और एनसीसीएफ मूल्य समर्थन योजना के तहत कोपरा और छिलके रहति नारियल की खरीद करती है।