आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। किसानों और ग्रामीण मतदाताओं को अपने पक्ष में लामबंद करने के लिए भाजपा किसान मोर्चा ने भी कमर कस ली है। जहां भाजपा चार फरवरी से गांव चलो अभियान शुरू करने जा रही है, वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा किसान मोर्चा गांव परिक्रमा यात्रा निकालने की तैयारियों में जुटा है।
रविवार को लखनऊ में आयोजित भाजपा किसान मोर्चा की दो दिवसीय "प्रादेशिक कार्यशाला" में किसान और ग्रामीण मतदाताओं को साधने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। किसान मोर्चा द्वारा पूरे प्रदेश में लगभग 50 हजार गांवों तक पहुंचने की योजना बनाई गई है। इस दौरान गांवों में घर-घर पहुंचकर किसानों के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और उपलब्धियों का प्रचार किया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार, आगामी 10 फरवरी से भाजपा किसान मोर्चा के नेता और कार्यकर्ता गांवों का रुख करेंगे। इससे पहले भाजपा किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। गांव परिक्रम यात्रा के दौरान गांव की चौपाल पर जाकर किसानों से संवाद किया जाएगा। साथ ही किसान मोर्चा के नेता गांवों में रात्रि प्रवास भी करेंगे। गांव चौपाल के दौरान किसानों की समस्याओं को सुनेंगे।
लखनऊ में हुई भाजपा किसान मोर्चा की प्रादेशिक कार्यशाला में जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों और जिला संयोजकों को इस अभियान को सफल बनाने का रोडमैप दिया गया है। लोकसभा चुनाव से पहले लगभग 50 हजार गांवों तक पहुंचने की योजना है। फरवरी में ही हरियाणा में किसान मोर्चा का सम्मेलन होगा। इसमें देश भर से 25 हजार कार्यकर्ता इकट्ठा होंगे। यूपी से इनमें 5000 किसान मोर्चा कार्यकर्ता पहुंचेंगे।
भाजपा कार्यकर्ता प्रत्येक गांव में घर-घर दस्तक देकर मोदी सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को पहुंचाएंगे। अभियान के लिए 30 जनवरी को जिला स्तर और 1-2 फरवरी को मंडल स्तर पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी। भाजपा गांव चलो अभियान के लिए प्रत्येक गांव में एक प्रवासी और एक संयोजक तैनात करेगी। प्रवासी दूसरे गांव या शहरी क्षेत्र से होंगे जबकि संयोजक उसी गांव से होंगे। प्रवासी को हर 15 दिन के अंतराल पर उस गांव में 24 घंटे का प्रवास करना है।