केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने देश में उर्वरक के कमी की खबरों को निराधार बताते हुए किसानों से कहा कि वह ऐसी अफवाहों से दूर रहें।
बंगलुरू में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में महाराष्ट्र,मध्य प्रदेश और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में कॉम्प्लेक्स उर्वरक का उपयोग बढ़ रहा है। कॉम्प्लेक्स उर्वरकों को अपनाने से राज्य के किसानों को लाभ होगा। डीएपी की तुलना में कॉम्प्लेक्स उर्वरक बेहतर परिणाम देते हैं। यही कारण है कि सरकार डीएपी के बजाय कॉम्प्लेक्स उर्वरक की खरीद की सिफारिश कर रही है।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री ने कहा कि “उर्वरक विभाग के प्रभारी मंत्री के रूप में मैं किसानों को आश्वासन देता हूं कि उन्हें जितनी खाद की जरुरत होगी उतना किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा”।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा, “कर्नाटक में 22 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। रबी सीजन में 2 लाख मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत है, जिसका उत्पादन किया जाएगा। इस साल अच्छे मानसून के चलते पूरे कर्नाटक में अच्छी बारिश हुई है जिसके लिए 78.51 लाख हेक्टेयर भूमि में बुवाई की गई है।
खुबा ने कहा फसलों की बुवाई के लिए इनपुट सामग्री की आपूर्ति को राज्य को करने के लिए कहा जाएगा । केंद्र सरकार के हिस्से के रूप में जिलों को उर्वरक की आपूर्ति करने की व्यवस्था की गई है।