अयोध्या के नवनिर्मित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला विराजमान हो गये हैं। आज बड़ी धूमधाम और विधि-विधान के साथ शुभ मूहुर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के गर्भगृह में पूजा-अर्चना की और प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में भाग लिया। उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल तथा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी गर्भगृह में मौजूद रहे। इस कार्यक्रम का करोड़ों लोगों ने लाइव टेलीकास्ट देखा। जबकि प्रमुख विपक्षी नेता अयोध्या में आयोजित समारोह में शामिल नहीं हुए।
इस अवसर पर अयोध्या नगरी को खूब सजाया गया। देश-विदेश से हजारों रामभक्त और विशिष्ट लोग ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए राम जन्मभूमि अयोध्या पहुंचे। जैसे ही प्रभु श्रीराम के बाल स्वरूप रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई, वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने राम मंदिर प्रांगण में फूलों की वर्षा की। इस दौरान देश भर के 50 पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र की "मंगल ध्वनि" गूंजती रही।
कार्यक्रम की शुरुआत में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंदिर से जुड़ी कई जानकारियां साझा की। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजा सामग्री और चांदी का छत्र लिए करीब 12 बजे मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे। पूजाचार्यों ने विधि विधान से पूजा कराई। पीएम मोदी ने रामलला की पूजा अर्चना की और प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में भाग लिया। इस दौरान गर्भगृह में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे। कल 23 जनवरी से श्रद्धालु अयोध्या स्थिति राम मंदिर में रामलला के दर्शन कर सकेंगे।
रामलला के गर्भगृह में विराजमान होने की जो पहली तस्वीर सामने आई है उसमें रामलला स्वर्ण आभूषणों से सुसज्जित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा कि अयोध्या धाम में श्री राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा का अलौकिक क्षण हर किसी को भाव-विभोर करने वाला है। इस दिव्य कार्यक्रम का हिस्सा बनना मेरा परम सौभाग्य है।