केंद्रीय पशुपालन और डेयरी विभाग के तहत राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए 15 जुलाई, 2024 से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो रही है। पशुपालक 15 जुलाई से राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। यह पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों के लिए दिया जाएगा। जिसमें प्रथम आने वाले पशुपालक को 5 लाख रुपये का इनाम मिलेगा। पुरस्कार के लिए आवेदन 31 अगस्त तक स्वीकार किए जाएंगे। अंतिम तिथि के बाद पशुपालक इसके लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे।
यह पुरस्कार स्वदेशी गाय/भैंस नस्ल का पालन करने वाला सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति (डीसीएस)/दूध उत्पादक कंपनी (एमपीसी)/डेयरी किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) और सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) की श्रेणियों में दिया जाएगा। इस वर्ष से विभाग ने उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) राज्यों के लिए एक विशेष पुरस्कार शामिल किया है, ताकि उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) में डेयरी विकास गतिविधियों को प्रोत्साहित और बढ़ावा दिया जा सके।
सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान और सर्वश्रेष्ठ डीसीएस/एफपीओ/एमपीसी के विजेताओं को योग्यता प्रमाणपत्र, एक स्मृति चिन्ह के साथ नकद इनाम भी दिया जाएगा। इन दोनों श्रेणियों में प्रथम आने वाले विजेता को 5 लाख, दूसरे स्थान के विजेता को 3 लाख, तीसरे स्थान के विजेता को 2 लाख और उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) के लिए विशेष पुरस्कार विजेता को भी 2 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। वहीं, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) के विजेता को योग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह दिया जाएगा। इस श्रेणी के लिए नगद इनाम नहीं दिया जाएगा।
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस (26 नवंबर, 2024) के अवसर पर यह पुरस्कार विजेताओं को दिए जाएंगे। पुरस्कार से जुड़ी अधिक जानकारी और आवेदन करने के लिए पशुपालक https://awards.gov.in या https://dahd.nic.in पर आवेदन कर सकते हैं।