लोकसभा में सोमवार को मानसून सत्र के छठे दिन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ। बजट पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एमएसपी और किसानों के मुद्दे पर जोरदार ढंग से अपनी बात रखी और सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारा अन्नदाता सरकार से सिर्फ एक चीज मांग रहा है। एमएसपी की लीगल गारंटी। ये कोई बड़ा काम नहीं है। अगर सरकार बजट में इसका प्रोविजन कर देती, तो हमारे किसान जो चक्रव्यूह में फंसे हैं, वो निकल पाते।
राहुल गांधी ने कहा कि तीन काले कानून लाकर, जमीन अधिग्रहण बिल को कमजोर करके और किसानों को फसल का सही दाम न देकर सरकार ने किसानों को 'चक्रव्यूह' में फंसाने का काम किया। इसके लिए किसान एमएसपी की मांग कर रहे थे। राहुल गांधी ने कहा, "मैं यहां इंडिया गठबंधन की तरफ से गारंटी देता हूं कि हम इस सदन में एमएसपी लीगल गारंटी कानून पास करके दिखाएंगे।"
किसानों को संसद में आने से रोका गया
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने किसानों को बॉर्डर पर रोक रखा है। आज तक सड़कें उनके लिए बंद हैं। सरकार उनसे बात करने को तैयार नहीं है। वहीं, जब किसान मुझसे मिलने संसद आए, तो उन्हें अंदर नहीं आने दिया गया। उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया कि उन्हें अंदर नहीं आने दिया जाएगा। जब मैं उनसे मिलने गया और मीडिया को यह बात पता चली, उसके बाद उन्हें अंदर आने की अनुमति दी गई।
अडानी-अंबानी का नाम लेने से रोक
संसद में राहुल गांधी को अडानी-अंबानी का नाम लेने से भी रोका गया। भाषण के दौरान उन्होंने जैसे ही अंबानी-अडाणी का नाम लिया तो लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोक दिया। स्पीकर ने कहा कि जो व्यक्ति सदन में नहीं है, उसका नाम नहीं लिया जा सकता। इस मुद्दे पर सदन में काफी हंगामा हुआ।