दिल्ली में अब तक का सर्वाधिक तापमान बुधवार को मुंगेशपुर में 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। आज तक दिल्ली में कभी इतना अधिक तापमान दर्ज नहीं किया गया था। एक तरफ जहां दिल्ली में रिकॉर्ड अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, वहीं दिल्ली और एनसीआर के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हुई। दिल्ली के कई इलाकों में कई दिनों से अधिकतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा है।
उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के इलाके भीषण हीट वेव की चपेट में हैं। हालांकि, मौसम विभाग का अनुमान है कि 30 मई के बाद धीरे-धीरे हीट वेव कम होने की संभावना है। वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान केरल में मानसून के आगमन और पूर्वोत्तर राज्यों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां बन रही हैं।
दिल्ली मौसम केंद्र की वेबसाइट के अनुसार, दोपहर 2.30 बजे उत्तर-पश्चिम दिल्ली के मुंगेशपुर में 52.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। दिल्ली में बढ़ते शहरीकरण के अलावा राजस्थान से आने वाली गर्म हवाओं के कारण भी गर्मी का असर बढ़ा है। बाहरी दिल्ली के मुंगेशपुर, नरेला और नजफगढ़ जैसे इलाके भीषण हीट वेव के प्रभाव में हैं। खुले क्षेत्र और बंजर जमीन में विकिरण बढ़ने के कारण तापमान बढ़ता है। दिल्ली में गर्मी बढ़ने के साथ-साथ बिजली की मांग भी 8,302 मेगावाट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
पिछले करीब दस दिनों से हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, यूपी, राजस्थान और मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भयंकर लू चल रही है। कई जगह तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। रात में भी गर्मी कम नहीं हो रही है। कल, देश में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 50.5 डिग्री सेल्सियस चुरू (पश्चिम राजस्थान) में दर्ज किया गया था।
मौसम विभाग का कहना है कि 30 मई के बाद लू की स्थिति से राहत मिल सकती है। गुरुवार को उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद है, जिससे सप्ताहांत में क्षेत्र में छिटपुट बारिश हो सकती है। उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में भीषण गर्मी के लिए मई के दौरान पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति को वजह माना जा रहा है।