रबी बुवाई 632 लाख हेक्टेयर के पार, गेहूं का क्षेत्र बढ़ा, तिलहन का रकबा घटा

रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुवाई 1.38 फीसदी बढ़कर 320 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है जो पिछले साल की समान अवधि में 315.63 लाख हेक्टेयर थी।

चालू रबी सीजन (2024-25) में फसलों की बुवाई बढ़कर 632 लाख हेक्टेयर के पार पहुंच गई है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू 14 जनवरी तक रबी फसलों का क्षेत्र 632 लाख हेक्टेयर से अधिक हो गया है जो पिछले साल की समान अवधि के 631.44 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक है।

रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुवाई 1.38 फीसदी बढ़कर 320 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है जो पिछले साल की समान अवधि में 315.63 लाख हेक्टेयर थी। इस साल गेहूं की बुवाई का क्षेत्र देश में गेहूं के सामान्य क्षेत्र 312.35 लाख हेक्टेयर से भी अधिक हो गया है। देश में खाद्यान्न उत्पादन के लिए यह अच्छा संकेत है। बाजार में गेहूं की ऊंची कीमतों और एमएसपी में बढ़ोतरी के साथ-साथ कई राज्य सरकारों द्वारा बोनस दिए जाने से गेहूं की खेती को बढ़ावा मिला है।  

दलहन की बुवाई का क्षेत्र 139.81 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले सीजन के 139.11 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक है। दालों में सबसे ज्यादा रकबा चना का है, जो 96.65 लाख हेक्टेयर में बोया गया। मसूर की बुवाई 17.43 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई, जो पिछले साल के 17.76 लाख हेक्टेयर से कम है। जबकि उड़द का क्षेत्र 5.02 लाख हेक्टेयर से घटकर 4.95 लाख हेक्टेयर रह गया है। मूंग की बुवाई पिछले सीजन के 0.99 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस बार 1.14 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है। दालों की बुवाई के क्षेत्र में कोई खास वृद्धि नहीं हुई है और अभी भी यह दलहन के सामान्य क्षेत्र 140.44 लाख हेक्टेयर से कम है। 

मोटे अनाजों व श्री अन्ना की बुवाई 53.55 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जो लगभग पिछले साल के स्तर पर है। मोटे अनाजों में किसानों का रुझान स्थिर बना हुआ है। जबकि मोटे अनाजों का उत्पादन बढ़ाने पर सरकार का काफी जोर है। 

तिलहन की बुवाई के क्षेत्र में गिरावट देखी गई, जो पिछले साल की समान अवधि के 101.80 लाख हेक्टेयर से घटकर 96.82 लाख हेक्टेयर रह गया है। सरसों की बुवाई 88.50 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि एक साल पहले सरसों का रकबा 93.73 लाख हेक्टेयर था। तिलहन की बुवाई में गिरावट से खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के प्रयासों को झटका लगेगा। सरसों और सोयाबीन जैसी तिलहन फसलें एमएसपी से नीचे बिकने के कारण किसानों का रुझान तिलहन से घटा है।

अधिकांश रबी फसलों की बुआई लगभग पूरी हो चुकी है और अप्रैल में कटाई शुरू होने की उम्मीद है। यह आंकड़ें विभिन्न फसलों में मिश्रित प्रदर्शन को दर्शाता है, जिसमें गेहूं में बढ़ोतरी और दालों व मोटे अनाजों में स्थिरता है, लेकिन तिलहन के रकबे में गिरावट आई है।

14 जनवरी 2025 तक रबी फसलों का बुवाई का क्षेत्र

(Area in lakh hectare)

 

S.

No.

 

Crops

Normal Rabi Area (DES)

Area Sown

 

2024-25

 

2023-24

1

Wheat

312.35

320.00

315.63

2

Rice *

42.02

22.09

21.53

3

Pulses

140.44

139.81

139.11

a

Gram

100.99

96.65

95.87

b

Lentil

15.13

17.43

17.76

c

Fieldpea

6.50

8.94

8.98

d

Kulthi

1.98

3.13

3.13

e

Urdbean

6.15

4.95

5.02

f

Moongbean

1.44

1.14

0.99

g

Lathyrus

2.79

3.12

3.32

h

Other Pulses

5.46

4.45

4.04

4

Shri Anna & Coarse cereals

53.46

53.55

53.37

a

Jowar

24.37

23.58

25.46

b

Bajra

0.37

0.13

0.17

c

Ragi

0.74

0.69

0.68

d

Small Millets

0.15

0.16

0.00

e

Maize

22.11

22.37

20.36

f

Barley

5.72

6.62

6.71

5

Oilseeds

87.02

96.82

101.80

a

Rapeseed & Mustard

79.16

88.50

93.73

b

Groundnut

3.82

3.65

3.42

c

Safflower

0.72

0.70

0.71

d

Sunflower

0.81

0.74

0.43

e

Sesamum

0.58

0.20

0.37

f

Linseed

1.93

2.68

2.84

g

Other Oilseeds

0.00

0.35

0.29

 

Total Crops

635.30

632.27

631.44