वर्ष 2023-24 में दुनिया में अनाज की खपत 281.3 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह पिछले साल की तुलना में 1.1 प्रतिशत अधिक है। यह अनुमान संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) का है। खपत का अनुमान इसके नवंबर के अनुमान से 24 लाख टन ज्यादा है। एफएओ ने 2023-24 के सीजन में अनाज का ट्रेड 1.8 प्रतिशत घटने की संभावना भी जताई है। गेहूं की वैश्विक खपत का अनुमान इसने 19 लाख टन बढ़ाकर 79.14 करोड़ टन कर दिया है, जो पिछले साल से 1.8 प्रतिशत अधिक है। लोगों के खाने के साथ पशु चारे में भी इसका इस्तेमाल बढ़ने की संभावना है।
मोटे अनाज की खपत के अनुमान में कोई खास संशोधन नहीं किया गया है। यह पिछले साल से 1.2 प्रतिशत ज्यादा 150 करोड़ टन रहने की संभावना है। हालांकि चावल की खपत पिछले साल से सात लाख टन कम, 52.16 करोड़ टन रहने की संभावना व्यक्त की गई है। चारे में इसका प्रयोग कम होने और लोगों के खाने में बढ़ने के आसार हैं।
एफएओ ने इस वर्ष वैश्विक अनाज उत्पादन 282.3 करोड़ टन रहने की संभावना जताई है, जो पिछले साल से 0.9 प्रतिशत अधिक है। उत्पादन और खपत के आधार पर सीजन के अंत में विश्व में अनाज का स्टॉक 53 लाख टन अधिक रहने की संभावना जताई गई है। कुल स्टॉक रिकॉर्ड 88.65 करोड़ टन का रहेगा जो पिछले सीजन की तुलना में 2.7 प्रतिशत अधिक है। इसलिए सप्लाई में कोई कमी नहीं आएगी।
गेहूं का स्टॉक 31.93 करोड़ टन रहने की संभावना है। यह नवंबर के पिछले अनुमान से 42 लाख टन ज्यादा है। स्टॉक में वृद्धि मुख्य रूप से मिस्र, यूरोपियन यूनियन और सऊदी अरब में होगी। मोटे अनाज के स्टॉक अनुमान में कोई बड़ा संशोधन नहीं किया गया है और यह पिछले सीजन से 5.7 प्रतिशत ज्यादा 36.75 करोड़ टन रहेगा। अमेरिका में मक्का के लिए अनुमान बढ़ाया गया है, लेकिन यूरोपियन यूनियन में जौ के स्टॉक में कमी की बात भी कही गई है। चावल का स्टॉक पिछले सीजन से 1.6 प्रतिशत ज्यादा, 19.97 करोड़ टन का रहेगा।
एफएओ के अनुसार 2023-24 में अनाज का ट्रेड 1.8 प्रतिशत घटने की संभावना है। इस सीजन में 46.84 करोड़ टन के अनाज का आयात-निर्यात होने की संभावना है। जुलाई 2023 से जून 2024 के सीजन में गेहूं का ट्रेड 19.41 करोड़ टन का रहेगा। तुर्किये और यूक्रेन से निर्यात बढ़ेगा, लेकिन अर्जेंटीना, ब्राजील और यूरोपियन यूनियन में कमी आएगी। मोटे अनाज का ट्रेड भी पिछले साल से 0.8 प्रतिशत कम रहने की संभावना है। जनवरी-दिसंबर 2024 में चावल के ट्रेड का अनुमान छह लाख टन घटाकर 5.23 करोड़ टन किया गया है।