अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन (आईसीओ) अगले महीने की 25-28 तारीख को बेंगलुरु में 5वां विश्व कॉफी सम्मेलन (डब्ल्यूसीसी) आयोजित कर रहा है। डब्ल्यूसीसी के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना को ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है। सोमवार को बेंगलुरु के एक कार्यक्रम में आयोजन के लोगो, थीम और कॉफी क्षेत्र के अपेक्षित कार्यक्रमों के प्रमुख बिंदुओं की जानकारी के साथ आयोजन के तारीखों की घोषणा की गई।
इस सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के कॉफी बोर्ड, कर्नाटक सरकार और कॉफी इंडस्ट्री के सहयोग से किया जा रहा है। सम्मेलन के लोग और थीम- “सर्कुलर अर्थव्यवस्था और रीजेनरेटिव कृषि के माध्यम से सस्टेनेबिलिटी” को जारी करने के मौके पर कर्नाटक के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ. एस. सेल्वकुमार ने कहा, “कर्नाटक निर्विवाद रूप से भारत की कॉफी राजधानी है। इस राज्य में दुनिया की कुछ सबसे बेहतरीन कॉफी के उत्पादन की एक समृद्ध विरासत है। कॉफी के पूरे वैल्यू चेन- बीज से लेकर उपकरण निर्माता कंपनियों के कप, कॉफी बनाने वाली मशीनें, घुलनशील कॉफी ब्रांड्स और कैफे चेन तक- में निवेश के बेहतर अवसर मौजूद हैं। इससे खेते से लेकर कैफे तक हमारी प्रतिभा के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी। इस आयोजन का मेजबान राज्य होना हमारे लिए सम्मान की बात है।”
भारतीय कॉफी बोर्ड के सीईओ और सचिव डॉ. के.जी. जगदीश ने कहा, “डब्ल्यूसीसी एशिया में पहली बार आयोजित होने जा रहा है। इस सम्मेलन से भारत के कॉफी किसानों को काफी लाभ होगा। इससे वैश्विक मंच पर भारत की कॉफी को बढ़ावा मिलेगा और किसानों के लिए नए अवसर एवं बाजार उपलब्ध होंगे।” इससे पहले यह सम्मेलन इंग्लैंड (2001), ब्राजील (2005), ग्वाटेमाला (2010) और इथियोपिया (2016) में हो चुका है।
डब्ल्यूसीसी 2023 का ब्रांड एम्बेसडर बनने पर रोहन बोपन्ना ने कहा, “मेरा जीवन एक कॉफी उत्पादक का पुत्र और एक पेशवर टेनिस खिलाड़ी होने का अद्वितीय मिश्रण है। कूर्ग के कॉफी बागानों की मनोरम सुन्दरता के बीच पलने-बढ़ने के कारण मेरा कॉफी से गहरा लगाव रहा है। प्रतिष्ठित डब्ल्यूसीसी से जुड़कर मुझे रोमांच और गर्व हो रहा है। भारत खुद को एक फलते-फूलते कॉफी गंतव्य के रूप में स्थापित कर रहा है। इस आयोजन से कॉफी उद्योग में वृद्धि और सहयोग को प्रोत्साहन मिलने की भारी संभावना है।”
इस सम्मेलन में 80 से अधिक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधि और 90 वक्ता भाग लेंगे। साथ ही 150 से अधिक प्रदर्शकों के हिस्सा लेने के कारण लोगों को कॉफी उद्योग में विविध उत्पादों और नवाचारों की जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, कॉफी क्षेत्र में साझेदारियां और सहयोग विकसित करने के लिए 200 से अधिक बी2बी (बिजनेस टू बिजनेस) मीटिंग होंगे।
इंटरनेशनल कॉफी ऑर्गेनाइजेशन (आईसीओ) कॉफी व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कॉफी का उत्पादन एवं खपत करने वाले देशों के बीच सहयोग को प्रोत्साहन देने के प्रति समर्पित अंतरराष्ट्रीय संगठन है। वर्ष 1963 में स्थापित आईसीओ ने वैश्विक कॉफी उद्योग के विकास में अहम भूमिका निभाई है। जबकि केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाला कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया कॉफी उत्पादकों को सहयोग, अनुसंधान के संचालन, भारतीय कॉफी के विश्वव्यापी प्रोत्साहन और विभिन्न नीतियों एवं कार्यक्रमों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।