वालमार्ट फाउंडेशन ने कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित सप्लाई चेन से जुड़े किसानों की मदद के लिए चार करोड़ रुपए ग्रांट देने की घोषणा की है। यह ग्रांट देश के छह राज्यों के किसानों के लिए होगी। कंपनी ने एक बयान में कहा है कि इससे किसानों को खेती से जुड़े कार्यों को दोबारा पटरी पर लाने में मदद मिलेगी। यह ग्रांट इक्रीसैट और उसके साझीदार संगठनों को दी जाएगी, जो स्थानीय लोगों के साथ मिलकर राहत कार्य में लगे हैं। इक्रीसैट की महानिदेशक डॉ. जैकलीन ह्यूजेज ने कहा, इस ग्रांट से उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड और तेलंगाना में 24,000 से अधिक किसानों को फायदा होगा।
महामारी के कारण किसानों के सामने समय पर इनपुट उपलब्ध न होने और कंज्यूमर डिमांड घटने जैसी समस्याएं सामने आई हैं। फसल कटाई से पहले इस ग्रांट से किसानों को सप्लाई चेन की दिक्कतें दूर करने और बाजार तक पहुंच बनाने में मदद मिलेगी। इससे ये किसान बीज और कृषि उपकरण आदि भी खरीद सकेंगे।
इस ग्रांट के लिए इक्रीसैट आठ संगठनों के साथ साझीदारी करेगा। ये संगठन हैं- टैनेजर, प्रदान (प्रोफेशनल असिस्टेंस फॉर डेवलपमेंट एक्शन), ट्रिकलअप, इंटरनेशनल फर्टिलाइजर डेवलपमेंट सेंटर (आईएफडीसी), ग्रामीण फाउंडेशन इंडिया, डिजिटल ग्रीन इंडिया, टेक्नोसर्व और हाइफर इंटरनेशनल।
इस मौके पर वालमार्ट फाउंडेशन की प्रेसिडेंट कैथलीन मैकलाफलिन ने कहा, कृषि इनपुट, बाजार और उपकरणों तक कम पहुंच होने के चलते दुनियाभर में किसान चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। भारत में छोटे किसानों की मदद के लिए हम डिजिटल एक्सेस, लॉजिस्टिक्स सपोर्ट और उच्च क्वालिटी के इनपुट पर फोकस कर रहे हैं। हमारा प्रयास पहले ही 80 हजार महिला किसानों समेत 1.4 लाख किसानों तक पहुंच चुका है। इस ग्रांट से इन प्रयासों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।