एबी इनबेव इंडिया ने अपने स्मार्ट जौ कार्यक्रम द्वारा दो हजार से ज्यादा किसानों को प्रशिक्षित किया है। चौथे 'जौ उत्पादक दिवस' के लिए हरियाणा और राजस्थान के इन किसानों को प्रशिक्षण देकर एबी इनबेव इंडिया ने जौ किसानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत किया है। हरियाणा के फारुख नगर में आयोजित जौ उत्पादक दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रौद्योगिकी और फसल प्रबंधन के उन पहलों पर चर्चा की गई जो किसानों की जरूरतों को पूरा करते हैं। साथ ही कृषि उत्पादन में सुधार करते हुए वैल्यू चेन में स्थिरता लाते हैं।
एबी इनबेव के प्रोक्योरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी हेड (भारत एवं दक्षिण पूर्व एशिया) अश्विन काक ने इस मौके पर कहा, ‘‘हम भारत में जौ किसानों का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछले सालों में हमने विस्तार करते हुए ज्यादा से ज्यादा किसानों को अपने साथ जोड़ा है। अपने कृषि व शोध विशेषज्ञों द्वारा उन्हें मार्गदर्शन देकर ज्यादा उत्पादक एवं लाभदायक कृषि विधियां दी हैं। हम जौ के किसानों का मुनाफा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्हें सही मूल्य एवं सही उत्पाद देकर कम लागत और तेज आर्थिक वृद्धि संभव बना रहे हैं। हम बेहतर किस्मों का विकास करने और किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज एवं इनपुट प्रदान करने में निवेश करके उच्च गुणवत्ता के जौ का उत्पादन करने के लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों के साथ मिलकर काम करेंगे। हमारा उद्देश्य 2023 में 20 हजार टन के वॉल्यूम फुटप्रिंट के साथ तीन हजार किसानों को लाभ पहुंचाना है।’’
इस कार्यक्रम में फसल प्रबंधन की कई परीक्षणों का प्रदर्शन किया गया ताकि किसानों को जौ उत्पादन की नवीनतम और सर्वश्रेष्ठ विधियां, अत्याधुनिक उपकरण और शोध एवं विकास में शामिल वैज्ञानिकों द्वारा शिक्षा दी जा सके। एबी इनबेव स्मार्ट जौ कार्यक्रम द्वारा किसानों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह किसानों को फसल की पैदावार और लाभ बढ़ाने में मदद करके स्थायी आजीविका का निर्माण करने के लिए पर्याप्त इनपुट और ज्ञान प्रदान कर रहा है। स्मार्ट जौ कार्यक्रम का उद्देश्य 2025 तक 100 फीसदी जौ किसानों को कुशल, कनेक्टेड और वित्तीय रूप से सशक्त बनाना है।
एबी इनबेव की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारत जौ के लिए एक बढ़ता बाजार है। पिछले पांच सालों में जौ माल्ट की मांग 15 फीसदी बढ़ी है। माल्ट का विकास स्थानीय स्तर पर करने की जरूरत के कारण अगले पांच सालों में जौ की खरीद भी स्थानीय इलाकों से होगी। इसलिए भारत में माल्ट-ग्रेड जौ की मांग में वृद्धि की काफी संभावनाएं हैं। यह मांग पारंपरिक रूप से माल्ट जौ का आयात करके पूरी की जाती थी लेकिन अब यह मांग घरेलू स्तर पर उगाई गई जौ से पूरी की जा रही है। कई वैश्विक कारणों, सप्लाई चेन में बाधा और माल्ट की गुणवत्ता की जौ उगाने की घरेलू क्षमता के साथ प्रगतिशील जौ किसानों के साथ मिलकर काम करना एबी इनबेब का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। कंपनी के विशेषज्ञ किसानों को फसल के विकास, टेक्नॉलॉजी के उपयोग की जानकारी और प्रशिक्षण देते हैं। इस टेक्नॉलॉजी और प्रशिक्षण से उनका काम ज्यादा आसान, प्रभावशाली और उत्पादक बन जाता है।
भारत में चलाया जा रहा ग्लोबल स्मार्ट जौ प्रोग्राम डेटा, टेक्नॉलॉजी और एकत्रित जानकारी का उपयोग कर कृषि में परिवर्तन लाने के लिए काम कर रहा है। ये जानकारियां किसानों की स्थानीय चुनौतियों को हल करने में मदद करेगी। इसके तहत पैदावार बढ़ाने के लिए विभिन्न राज्यों में कृषि विशेषज्ञों की टीम द्वारा किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मिट्टी और जलवायु की स्थानीय परिस्थितियों के मुताबकि जौ की नई व बेहतर किस्मों का विकास किया जा रहा है। साथ ही किसानों को जौ की पैदावार के लिए फसल प्रबंधन की सर्वश्रेष्ठ विधियों से रूबरू करवाया जा रहा है। स्मार्ट जौ कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों की स्थिति में परिवर्तन लाना है। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।