लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की 10वीं सूची जारी कर दी है। इस सूची में नौ उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया गया है। चंडीगढ़ से मौजूदा सांसद किरण खेर का टिकट कट गया है। यहां से संजय टंडन भाजपा के उम्मीदवार होंगे। आसनसोल से पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया को उम्मीदवार बनाया है। यहां से पहले पार्टी ने भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह को टिकट दिया था। सूची में सात उम्मीदवार उत्तर प्रदेश के हैं। डिंपल यादव के खिलाफ जयवीर सिंह भाजपा उम्मीदवार होंगे। बलिया से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को उम्मीदवार बनाया है जबकि मौजूदा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट काट दिया गया है। गाजीपुर सीट पर पारस नाथ राय सपा और कांग्रेस गठबंधन के अफजल अंसारी के खिलाफ लड़ेंगे। प्रयागराज जिले की दोनों सीटों पर भाजपा ने उम्मीदवार बदले हैं। मौजूदा सांसद रीता बहुगुणा जोशी और केसरी देवी पटेल को टिकट नहीं दिया है। इलाहाबाद सीट से केशरी नाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी को टिकट दिया है। जबकि फूलपुर लोकसभा सीट से प्रवीण पटेल को उम्मीदवार बनाया गया है। भाजपा ने अब तक 428 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
कांग्रेस का आरोप, भाजपा-ईडी ने भूपेश बघेल के खिलाफ रची थी साजिश
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में पूर्व आईएएस और उनके बेटे के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के मामले को सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज होने के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है। पार्टी ने कहा है कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को विधानसभा चुनाव से पहले फंसाने के लिए साजिश रची थी। यह पूरी तरह से राजनीतिक खेल था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स विभाग का इस्तेमाल इंडिया ब्लॉक के नेताओं के खिलाफ कर रहे हैं और भाजपा में जाने वाले नेताओं को साफ सुथरा बनाने के लिए वाशिंग मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं। जयराम रमेश ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ का तथाकथित शराब घोटाला ईडी के द्वारा रचा गया था। भाजपा ने अपने फ्रंटल संगठन ईडी की मदद से पिछले साल छत्तीसगढ़ चुनाव से पहले मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इसमें फंसाने की साजिश रची। अब इसमें कोई संदेह नहीं रह गया है कि पूरा मामला राजनीति से प्रेरित था।
सपा का घोषणा-पत्र जारी, जाति आधारित जनगणना और एमएसपी गारंटी
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा-पत्र जारी किया। इसमें 2025 तक जाति आधारित जनगणना, एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी और अग्निपथ योजना को खत्म करने का वादा किया गया है। 'जनता का मांग पत्र - हमारा अधिकार' नाम के घोषणा-पत्र को सपा के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में लखनऊ में सपा मुख्यालय में जारी किया गया। अखिलेश यादव ने कहा कि 2025 तक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्गों के सभी रिक्त सरकारी पदों को भरने के लिए इंडिया गठबंधन सरकार के गठन के बाद जाति-वार जनगणना की जाएगी। अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना को समाप्त कर दिया जाएगा और सशस्त्र बलों में नियमित भर्ती शुरू की जाएगी। घोषणा-पत्र में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, कृषि ऋण माफी, मुफ्त सिंचाई सुविधा और किसान आयोग के गठन जैसे वादे शामिल हैं। सभी भूमिहीन छोटे और सीमांत किसानों को 5,000 रुपये प्रति माह पेंशन देने का वादा भी किया गया है।
चुनाव आयोग का निर्देश, चुनाव सामग्री पर प्रिंटर और पब्लिशर का नाम होना अनिवार्य
छपी हुई चुनाव सामग्री को लेकर निर्वाचन आयोग ने सख्ती बढ़ा दी है। इसने बुधवार को दिशा-निर्देश जारी किया कि चुनाव से संबंधित छपी हुई सामग्री पर प्रिंटर और पब्लिशर का नाम होना अनिवार्य है। इससे चुनाव प्रचार में पारदर्शिता आएगी और जवाब देही तय की जा सकेगी। आयोग का कहना है कि उसे ऐसी शिकायतें मिली थीं कि म्युनिसिपल अथॉरिटी के नियंत्रण वाली जगहों पर ऐसे होर्डिंग लगे जिन पर किसी प्रिंटर या पब्लिशर का नाम नहीं था। आम आदमी पार्टी ने भी हाल में चुनाव आयोग से इस सिलसिले में शिकायत की थी। आयोग के अनुसार जनप्रतिनिधि कानून 1951 की धारा 127 ए में स्पष्ट है कि चुनावी पैंफलेट, पोस्टर, प्लेकार्ड, बैनर या होर्डिंग को बिना प्रिंटर और पब्लिशर के नाम के प्रकाशित नहीं किया जा सकता है।
दिल्ली के मंत्री राजकुमार का इस्तीफा, आप भी छोड़ी
दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने इस्तीफा दे दिया है। राजकुमार आनंद दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री थे। नवंबर 2023 में राजकुमार आनंद के घर ED की रेड पड़ी थी। अब उन्होंने आम आदमी पार्टी और मंत्री पद दोनों से इस्तीफा दे दिया है। इसे दिल्ली में किसी बड़े सियासी उलटफेर की आहट माना जा रहा है। पार्टी से इस्तीफा देते हुए मंत्री रहे राजकुमार आनंद ने कहा कि वह राजनीति में तब आए थे जब अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा। लेकिन बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि राजनीति तो नहीं बदली लेकिन राजनेता बदल गया। आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से हुआ था। आज ये पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है।