कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद का सस्पेंस खत्म हो गया है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार पर भारी पड़े। चार दिनों के मंथन के बाद बुधवार देर रात कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धारमैया को दूसरी बार मुख्यमंत्री बनाने को मंजूरी दे दी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार को मीडिया को यह जानकारी दी।
गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सिद्धारमैया कर्नाटक के मुख्यमंत्री होंगे और डीके शिवकुमार एकमात्र उपमुख्यमंत्री होंगे। इसके अलावा शिवकुमार 2024 के लोकसभा चुनाव तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण 20 मई को होगा। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अलावा आधे दर्जन से ज्यादा मंत्रियों के भी शपथ लेने की उम्मीद जताई जा रही है। 13 मई को आए चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार में खींचतान चल रही थी।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी के अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारियों के बीच चली मैराथन मंथन के बाद सिद्धारमैया को लेकर सहमति बन पाई। डीके शिवकुमार अपनी दावेदारी पर अड़े हुए थे लेकिन सोनिया गांधी के हस्तक्षेप और उन्हें समझाने के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी के हित में झुकना मंजूर कर लिया।
राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान हुआ था। कांग्रेस ने 135 सीटों के साथ प्रचंड जीत हासिल की है। जबकि भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है और उसे सिर्फ 66 सीटों पर विजय मिली है। जेडीएस 19 सीटों पर सिमट गई है।