लोकसभा चुनाव के नतीजे आने में अब बस दो दिन बचे हैं। ऐसे में संसद में नवनिर्वाचित सांसदों के स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं। लोकसभा सचिवालय इसके लिए व्यापक इंतजाम कर रहा हैं और उसने अधिकारियों की विशेष टीमें गठित की हैं।
चुनाव आयोग की तरफ से निर्वाचित उम्मीदवारों की अधिसूचना जारी होते ही नए चुने गए सांसद राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने लगेंगे। उनकी यात्रा से पहले लोकसभा सचिवालय के नोडल अधिकारी उनसे संपर्क करेंगे। इंदिरा गांधी एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों के विभिन्न टर्मिनलों पर विशेष स्वागत डेस्क बनाए जा रहे हैं।
हवाई, रेल और सड़क मार्ग से पहुंचने के बाद नवनिर्वाचित सांसदों का निर्धारित स्थानों पर स्वागत किया जाएगा। संसद की एनेक्सी एक्सटेंशन बिल्डिंग में स्वागत केंद्र पर पहुंचने के बाद उन्हें फोन कनेक्शन, नए बैंक खाते, संसद भवन में प्रवेश के लिए स्मार्ट एक्सेस कार्ड, उनके वाहनों के लिए फास्टैग स्टिकर और राजनयिक पासपोर्ट समेत कई दस्तावेज दिए जाएंगे। सदस्यों को संविधान की प्रति के साथ संसद के नियम, प्रक्रिया तथा कामकाज के संचालन से संबंधित पुस्तिका भी दी जाएगी। नवनिर्वाचित सांसदों को आवास भी आवंटित किया जाएगा, क्योंकि शुरुआत में वे दिल्ली स्थित राज्य सरकार के गेस्ट हाउस और वेस्टर्न कोर्ट हॉस्टल परिसर में ठहरेंगे।
इस बीच, भाजपा सूत्रों ने कहा कि अगर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) तीसरी बार सत्ता में आता है तो वह 9 जून को शपथ ले सकता है। शपथ समारोह कर्तव्य पथ पर भी आयोजित किया जा सकता है। हालांकि 4 जून को चुनाव परिणामों के बाद ही समारोह के विवरण की पुष्टि की जाएगी। कर्तव्य पथ सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना का केंद्र है।
वर्ष 2019 में एनडीए सरकार ने 30 मई, गुरुवार को शपथ ली थी। उस साल नतीजे 23 मई को घोषित किए गए थे। समारोह राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित किया गया था। सूत्रों के अनुसार, इस बार पार्टी बाहर समारोह की इच्छुक है, जहां अधिक संख्या में अतिथि बैठ सकें।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने रूरल वॉयस को बताया, "विचार एक ऐसे बैकड्रॉप वाले स्थान का है जो सरकार की उपलब्धियों और भविष्य के लिए दृष्टिकोण को प्रदर्शित करे। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत कई बिल्डिंगें तैयार हैं और यह विकसित भारत की परिकल्पना के लिए एक आदर्श स्थान है।" इस आयोजन में मौसम का भी ध्यान रखा जाएगा। पिछले दिनों दिल्ली ने गर्मी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित तीसरे शपथ ग्रहण समारोह के बारे में पिछले दिनों महाराष्ट्र में भी चर्चा हुई। राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की कार्यकारिणी की बैठक में कहा कि पार्टी 10 जून को अपना स्थापना दिवस नहीं मना पाएगी, क्योंकि शपथ ग्रहण समारोह में व्यस्त होने की संभावना है।
संभावित शपथ ग्रहण समारोह की रूपरेखा पर एक बैठक 24 मई को केंद्र सरकार के सूचना और प्रसारण विंग में आयोजित की गई थी। उस बैठक में आकाशवाणी और दूरदर्शन के अधिकारियों ने भाग लिया था। एक सूत्र ने बताया कि उस बैठक में 8,000 से अधिक अतिथियों के लिए तैयारी करने को कहा गया। हालांकि उस बैठक में आयोजन स्थल के बारे में कोई निर्णय नहीं हुआ।
एक अधिकारी ने उम्मीद जताई कि इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने के लिए करीब 100 कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्हें 4 जून के करीब 4-5 दिन बाद होने वाले समारोह की तैयारी करने को कहा गया है। प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने कहा, "मानक प्रोटोकॉल के अनुसार सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।"
आम चुनाव का सातवां और अंतिम चरण शनिवार, 1 जून को पूरा हो गया। एनडीए नेताओं को लगातार तीसरी बार जीत का भरोसा है। पार्टी के रणनीतिकारों ने कहा कि उन्हें राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक और महाराष्ट्र में कुल मिलाकर करीब 17 सीटों की कमी आने की उम्मीद है, लेकिन वे तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम में ज्यादा सीटों के साथ इसकी भरपाई कर लेंगे।