मेरठ में पीएम मोदी का चुनावी शंखनाद, विपक्ष पर गरजे, गन्ना किसानों के लिए बताया प्लान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से कहा, “हम गन्ने की खेती को चीनी-गुड़ तक सीमित नहीं रखना चाहते हैं। गन्ना बेल्ट को ऊर्जा बेल्ट बनाना चाहते हैं।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश की गन्ना बेल्ट से एनडीए के चुनाव अभियान का आगाज किया। इसे “भारत रत्न चौधरी चरण सिंह गौरव समारोह” का नाम दिया गया। पहले माना जा रहा था कि मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए में शामिल हुए जयंत चौधरी एक बड़ी चुनावी रैली करेंगे, लेकिन असल में मेरठ के केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र, मोदीपुरम के मैदान में गौरव समारोह हुआ। 2014 और 2019 में भी पीएम मोदी ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत मेरठ से की थी। इस बार भाजपा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न और राष्ट्रीय लोकदल के समर्थन से किसानों को साधने का प्रयास कर रही है। 

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम मोदी ने कहा, "मेरठ क्रांतिवीरों की धरती है। इस धरती ने चौधरी चरण सिंह जैसे सपूत देश को दिए हैं। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने का सौभाग्य हमारी सरकार को मिला। उन्होंने किसानों के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था।" प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानों से नफरत करने वाली कांग्रेस ने चौधरी चरण सिंह को उचित सम्मान नहीं दिया। जब हमारे छोटे भाई जयंत चौधरी ससंद में बोलने के लिए खड़े हुए तो उनकी आवाज को रोकने की कोशिश की गई। कांग्रेस और सपा को किसान और यहां के लोगों से घर-घर जाकर माफी मांगनी चाहिए। 

इस मौक पर पीएम मोदी ने किसानों से कहा, “हम गन्ने की खेती को चीनी-गुड़ तक सीमित नहीं रखना चाहते हैं। गन्ना बेल्ट को ऊर्जा बेल्ट बनाना चाहते हैं। इथेनॉल से गाड़ियां चलें, इसके लिए काम हो रहा है। पिछले 10 वर्षों में गन्ने से इथेनॉल का उत्पादन बढ़ा है। इसके चलते गन्ना किसानों को करीब 70,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।" पीएम मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि किसानों को लाभ ज्यादा हो। इसलिए पीएम किसान सम्मान निधि के जरिए किसानों की मदद की गई है।

विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह पूरी ताकत से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं तो इन लोगों ने मिलकर एक इंडी गठबंधन बना लिया है। बड़े-बड़े भ्रष्टाचारी आज सलाखों के पीछे हैं। मैं कहता हूं कि भ्रष्टाचार हटाओ तो वे कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ। यह चुनाव इन दोनों खेमों की लड़ाई है। फैसला आपको करना है। मैं आज हर भ्रष्टाचारी को साफ-साफ कह रहा हूं...भ्रष्टाचारी चाहे कितना ही बड़ा क्यों ना हो, एक्शन होगा और जरूर होगा। जिसने देश को लूटा है, उसे लौटाना ही पड़ेगा - ये मोदी की गारंटी है।

पीएम मोदी ने कहा कि 2024 का यह चुनाव सिर्फ सरकार बनाने का नहीं है बल्कि यह विकसित भारत बनाने का चुनाव है। उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश के मेरे परिवारजन भाजपा-एनडीए को वोट देकर हमें तीसरी बार जनसेवा का मौका देने का मन बना चुके हैं। पूरा देश कह रहा है कि तीसरी बार मोदी सरकार। 4 जून को 400 पार होगा। 

अपने संबोधन में राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं होते तो भारत रत्न का सम्मान धरतीपुत्र चौधरी साहब को मिलने वाला नहीं था। यह ऐतिहासिक निर्णय इसलिए हुआ क्योंकि प्रधानमंत्री जानते हैं कि राष्ट्र निर्माण में चौधरी साहब का कितना बड़ा योगदान था। चौधरी चरण सिंह गुजरात को अपने आध्यात्मिक और राजनीतिक जीवन शैली की पीठ मानते थे। समाज सुधार की सीख उन्होंने दयानंद सरस्वती से ली। जयंत चौधरी ने कहा कि चौधरी साहब भ्रष्टाचार के खिलाफ थे। आज प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं। विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आज लोग सलाखों के पीछे रहकर भी सत्ता का सुख भोगना चाहते हैं। लेकिन चौधरी चरण सिंह ने मंत्री पद छोड़ने के बाद सरकारी गाड़ी तक का इस्तेमाल करने से मना कर दिया था। 

इंडिया गठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए में शामिल हुए राष्ट्रीय लोकदल ने बागपत और बिजनौर दो लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। जबकि 20 से ज्यादा सीटों पर भाजपा को रालोद से समर्थन की उम्मीद है। हाल के वर्षों में किसान आंदोलनों का सामना करने वाली भाजपा इस बार रालोद के साथ किसानों को साधने का प्रयास कर रही है। हालांकि, भाजपा से हाथ मिलाने के बाद रालोद से मुस्लिम मतदाता दूरी बना सकते हैं। मेरठ रैली के अगले ही दिन रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रमुख मुस्लिम चेहरे शाहिद सिद्दीकी ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। 

मेरठ के कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर, निषाद पार्टी के प्रमुख डॉ. संजय निषाद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी उपस्थित थे।