राजस्थान में पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा अगले मुख्यमंत्री होंगे। मंगलवार को जयपुर में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। जिस पर सर्वसम्मति से उन्हें भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल तमाम नेताओं को दरकिनार कर भाजपा ने राजस्थान में एक नए चेहरे पर भरोसा जताया है। इसी के साथ राजस्थान में अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे युग समाप्त हुआ।
राजस्थान का मुख्यमंत्री मनोनीत होने के बाद भजनलाल शर्मा ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को धन्यावाद करना चाहता हूं... हमसे जो राजस्थान की अपेक्षा है निश्चित रूप से हम उसे पूरा करेंगे।"
जयपुर की विद्याधर नगर सीट से विधायक दीया कुमारी और जयपुर जिले की ही दूदू सीट से विधायक प्रेमचंद बैरवा राजस्थान के डिप्टी सीएम होंगे। अजमेर उत्तर से भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जाएगा। इस तरह सीएम और दोनों डिप्टी सीएम जयपुर जिले से जीतकर आए हैं।
मूलत: भरतपुर के रहने वाले 56 साल के भजनलाल शर्मा भाजपा के प्रदेश महामंत्री और जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं। उन्हें भाजपा संगठन और संघ की पंसद बताया जा रहा है। राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने वाले वे जयपुर के पहले विधायक होंगे। दीया कुमारी जयपुर के पूर्व राजघराने से ताल्लुक रखती हैं। वे 2013 में सवाई माधोपुर से विधायक और 2019 में रिकॉर्ड मतों से राजसमंद से लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। दूसरे डिप्टी सीएम चुने गये प्रेमचंद बैरवा ने इस बार कांग्रेस नेता बाबूलाल नागर के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की।
मुख्यमंत्री पद की कमान एक नए चेहरे को सौंपकर भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और कोर वोट बैंक को संदेश देने का प्रयास किया है। जबकि सामाजिक समीकरण साधने के लिए दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की तरह ही राजस्थान में भी भाजपा ने मुख्यमंत्री के ऐलान से सबको चौंका दिया। इसी के साथ राजस्थान में अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे के बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनने के 25 साल के सिलसिले पर विराम लग गया है।