हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने पर किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 750 किसानों को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। साथ ही उनके परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी मिलेगी। यह घोषणा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा के कैथल जिले के कलायत में आयोजित एक जनसभा में की।
इस जनसभा में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देने का प्रस्ताव भी रखा गया। सुरजेवाला ने दावा किया कि एक महीने के भीतर हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है, और सत्ता में आने के 30 दिनों के अंदर किसान आंदोलन में शहीद हुए 750 किसानों को सम्मान दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि चाहे वे किसान हरियाणा के हों या किसी अन्य राज्य के, सभी के परिजनों को नौकरी दी जाएगी।
सुरजेवाला ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान देशभर के किसानों ने केंद्र की भाजपा सरकार को कृषि कानून वापस लेने के लिए मजबूर किया था। केंद्र सरकार ने उस समय न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसलों की खरीद की गारंटी देने का वादा भी किया था, लेकिन अब तक वह वादा पूरा नहीं हुआ। उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस किसानों के साथ थी, है, और हमेशा रहेगी।
हरियाणा में आगामी 1 अक्टूबर 2024 को विधानसभा चुनाव होने हैं, और यह चुनाव किसान मुद्दों के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हरियाणा, किसान आंदोलन का एक प्रमुख केंद्र रहा है और राज्य में किसानों का एक बड़ा वोट बैंक है। भाजपा ने हाल ही में सभी फसलों पर एमएसपी देने की घोषणा की थी, लेकिन कांग्रेस इस चुनावी मैदान में किसान आंदोलन के मुद्दे पर भाजपा पर लगातार हमले कर रही है।
कांग्रेस की इस घोषणा से यह साफ है कि वह किसान वोट बैंक को साधने के लिए पूरी तरह सक्रिय है और सत्ता में आने के बाद किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को सम्मान और उनके परिवारों को रोजगार देने का संकल्प लेकर मैदान में उतरी है।