मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे की गिरफ्तारी के बीच कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी 6 फरवरी को लुधियाना एक वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी के मुताबिक राज्य के सभी 117 विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी के उम्मीदवार पार्टी वर्करों और लोगों को वर्चुअल इस रैली से जोड़ेंगे। माना जा रहा है कि उसी दिन वे पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान भी कर सकते हैं।
पिछले दिनों पंजाब में एक सभा में राहुल गांधी ने कहा था कि चुनाव से पहले कांग्रेस मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करेगी। उन्होंने यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें भरोसा दिया है कि चाहे जिसे प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जाए, दूसरा उसका समर्थन करेगा।
इस बीच, पूर्व प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने एक सभा में यह खुलासा करके पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी थीं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाए जाने के बाद वोटिंग में सिर्फ दो विधायकों ने चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन किया था। खुद को सीए दावेदार बताने वाले सिद्धू के बयान भी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ाने का काम कर रही हैं। उनका ताजा बयान है कि पार्टी के शीर्ष नेता कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं ताकि उसे उंगलियों पर नचाया जा सके।
चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए हरीश चौधरी ने कहा कि ईडी की कार्रवाई का मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के समय विपक्षी पार्टियों पर दबाव बनाने के लिए केंद्र पहले भी ऐसी कार्रवाई कर चुका है। उन्होंने तमिलनाडु में स्टालिन, पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और महाराष्ट्र में अजित पवार के परिवार पर हुई इस तरह की कार्रवाई के उदाहरण दिए।
प्रवर्तन निदेशालय ने बीती आधी रात मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी को तथाकथित मनीलॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। मामला अवैध रेत खनन से जुड़ा है। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने जालंधर ऑफिस में हनी से कई घंटे तक पूछताछ की थी। शुक्रवार को उसे जालंधर की ही विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें पांच दिन की हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले 18 जनवरी को ईडी ने हनी के परिसरों पर छापे मारे थे और आठ करोड़ रुपये नकद जब्त करने का दावा किया था।
हरीश चौधरी ने कहा कि किसान आंदोलन के समय मुख्यमंत्री चन्नी ने किसानों का साथ दिया था। इसीलिए केंद्र सरकार ने उन्हें निशाने पर ले रखा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, उसके कार्यकर्ता और पंजाब के लोग मुख्यमंत्री के साथ खड़े हैं और चुनाव में ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देंगे।