पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में अब सिर्फ दो हफ्ते का समय रह गया है, लेकिन सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें थम नहीं रही हैं। पार्टी नेता राहुल गांधी ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री चेहरे के लिए चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच सुलह कराने की कोशिश की, तो पूर्व प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने नई मुसीबत खड़ी कर दी है। जिस चन्नी को पार्टी आलाकमान मास्टरस्ट्रोक बता रहा है, उनके बारे में जाखड़ ने कहा है कि सिर्फ दो विधायकों के समर्थन के बावजूद उन्हें सीएम बनाया गया।
पिछले दिनों चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि पार्टी जल्दी ही मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान करेगी। इस ऐलान से पहले जाखड़ के इस बयान ने पार्टी में खलबली मचा दी है। जाखड़ के मुताबिक चन्नी को सीएम बनाने के बाद आलाकमान ने उन्हें डिप्टी सीएम पद का ऑफर किया था।
आश्चर्य की बात यह है कि चन्नी ने यह बात चुनाव प्रचार के दौरान कही। उन्होंने कहा, सितंबर 2021 में कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने का फैसला करने के बाद कांग्रेस ने वोटिंग कराई थी। पार्टी के 79 विधायकों में से 42 चाहते थे कि जाखड़ को मुख्यमंत्री बनाया जाए। चन्नी का समर्थन सिर्फ दो विधायकों ने किया था। इसके बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया। जाखड़ के अनुसार वोटिंग में 16 विधायकों ने सुखजिंदर सिंह रंधावा और 12 विधायकों ने कैप्टन अमरिंदर की पत्नी महारानी परनीत कौर का नाम लिया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को सिर्फ छह विधायकों का समर्थन मिला था।
कैप्टन अमरिंदर को हटाए जाने के बाद सुनील जाखड़ का मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा था। लेकिन आखिरी समय में कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने यह कह कर अड़ंगा लगाया कि पंजाब एक सिख बहुल राज्य है और यहां मुख्यमंत्री कोई सिख चेहरा ही होना चाहिए। जाखड़ हिंदू चेहरा हैं और पंजाब में 38 फीसदी हिंदू वोटर हैं। तब मौजूदा उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम आया, जिन्हें वोटिंग में 16 विधायकों का समर्थन मिला था। लेकिन किसी जट्ट सिख को सीएम बनाने की बात उठते ही सिद्धू ने भी दावा ठोक दिया था।
आप की तरह फोन पर सीएम चेहरा चुनेगी कांग्रेस
इस बीच, आम आदमी पार्टी की तर्ज पर कांग्रेस भी मुख्यमंत्री चेहरे पर लोगों से फोन पर राय मांग रही है। लोगों को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नाम से फोन किया जा रहा है। इसमें तीन विकल्प दिए जा रहे हैं। चन्नी को मुख्यमंत्री चेहरा बनाने के लिए ‘1’, सिद्धू के लिए ‘2’ और बिना मुख्यमंत्री चेहरे के चुनाव में जाने के लिए ‘3’ का विकल्प दिया गया है। इससे पहले जब आम आदमी पार्टी ने फोन-सर्वे के जरिए भगवंत सिंह मान को सीएम चेहरा घोषित किया था तो सिद्धू ने उसे घोटाला करार दिया था। कहा जा रहा है कि अगले हफ्ते तक पार्टी सीएम चेहरे का ऐलान कर देगी, लेकिन जाखड़ के खुलासे के बाद यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या सीएम चेहरा सचमुच लोगों की मर्जी का होगा?