आम आदमी पार्टी पहली बार दिल्ली से बाहर कदम रखते हुए पंजाब में भी सरकार बनाने जा रही है। कॉमेडियन से नेता बने भगवंत मान उर्फ जुगनू प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे। चुनाव आयोग की तरफ से दोपहर 5.10 बजे तक दी गई जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी 79 सीटें जीत चुकी थी और 13 पर आगे थी। प्रदेश में इतनी सीटें कभी कांग्रेस और अकाली दल को भी नहीं मिलीं। 2017 के चुनाव में इसे 20 सीटें मिली थीं। आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरा भगवंत मान धूरी से जीत गए हैं।
कांग्रेस 59 सीटों के नुकसान के साथ 18 सीटों पर सिमटती दिख रही है। अकाली दल को 12 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। उसके प्रत्याशी सिर्फ तीन सीटों पर जीत दर्ज कर सके। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल भी चुनाव हार गए हैं। भाजपा, कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोग कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल संयुक्त गठबंधन को सिर्फ दो सीटें मिली हैं।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दोनों सीटों पर चुनाव हार चुके हैं। अमृतसर पूर्व से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और अकाली नेता विक्रम सिंह मजीठिया को आप की जीवनजोत कौर ने हरा दिया। चुनाव प्रचार के दौरान यही माना जा रहा था कि यहां मुख्य मुकाबला सिद्धू और मजीठिया के बीच है। बहुत से मतदाता तो यह तक नहीं जानते थे कि आप का प्रत्याशी कौन है।
चन्नी सरकार के कई मंत्री भी हार चुके हैं। वरिष्ठ अकाली नेता 92 साल के प्रकाश सिंह बादल ने पहली बार हार का स्वाद चखा है। उनके और कैप्टन अमरिंदर के लिए यह आखिरी चुनाव हो सकता है, जो पटियाला से हार चुके हैं। सोनू सूद की बहन मालविका सूद जो मोगा से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ रही थीं, वे भी हार गई हैं।