भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ मर्यादित (नेफेड) ने वित्त वर्ष 2023-24 में 26,520.34 करोड़ रुपये का कारोबार और 492.38 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया। यह नेफेड की स्थापना से अब तक का सबसे अधिक लाभ है। इस असाधारण प्रदर्शन को देखते हुए सदस्य संघों/सोसाइटियों को 15% लाभांश देने की घोषणा की गई है। शुक्रवार 13 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित नेफेड की 67वीं वार्षिक सामान्य बैठक (एजीएम) में इसके प्रबंध निदेशक रितेश चौहान ने यह जानकारी दी। एजीएम में विभिन्न सदस्य समितियों और राज्य संघों के लगभग 600 प्रतिनिधि मौजूद थे।
नेफेड चेयरमैन जेठाभाई अहीर।
नेफेड अध्यक्ष जेठाभाई अहीर ने अपने मुख्य भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सहकारी क्षेत्र के कल्याण के लिए अलग मंत्रालय के गठन और इस मंत्रालय की जिम्मेदारी केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह को सौंपने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने सहकारिता मंत्रालय के उन प्रयासों की सराहना की जिन्होंने पैक्स को कृषि उपार्जन, डेयरी, मछली पालन, भण्डारण, दवा वितरण, खाद वितरण, पानी समिति, पेट्रोल पम्प संचालन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बहुउद्देशीय बना दिया।
नेफेड अध्यक्ष ने केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्री प्रल्हाद जोशी, राज्य सरकारों और सभी एजेंसियों का भी आभार व्यक्त किया जिनके सहयोग से नेफेड विभिन्न योजनाओं को लागू कर सका। ऐसी ही एक पहल भारत ब्रांड उत्पादों की शुरुआत है, जो उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग की ओपन मार्केट सेल स्कीम (ओएमएसएस) के तहत की गई है। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर उत्पाद उपलब्ध कराना और किसानों की उपज के लिए एक विश्वसनीय बाजार प्रदान करना है। इस मौके पर वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली कुछ चयनित शाखाओं और सदस्य समितियों को सम्मानित किया गया।
नेफेड एमडी रितेश चौहान।
नेफेड (Nafed) के प्रबंध निदेशक रितेश चौहान ने किसानों के कल्याण के लिए संघ के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा 4 जनवरी 2024 को प्रारंभ किया गया ई-समृद्धि पोर्टल शामिल है। अब तक लगभग 17.5 लाख किसान इस पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके हैं और यह संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्री ने नेफेड दौरे में संघ को प्रेरित किया और इसे कृषि विपणन गतिविधियों के विस्तार के लिए प्रोत्साहित किया।