इफको के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. उदय शंकर अवस्थी के जीवन पर दो पुस्तकों का विमोचन किया गया है। "संघर्ष का सुख" और "द जॉय ऑफ क्राइसिस" शीर्षक नाम से यह पुस्तकें हिंदी और अंग्रेजी में हैं। पुस्तकों को विमोचन मंगलवार को इफको की 52वीं सालाना आम सभा (एजीएम) में इफको के चेयरमैन दिलीप संघणी और उस मोके पर मौजूद इफको के पदाधिकारियों ने किया। इस मौके पर इफको के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. अवस्थी ने एक कहा कि मुझे गर्व और खुशी हो रही है कि इफको के चेयरमैन दिलीप संघाणी और इफको के निदेशक मंडल व डेलीगेट्स मेरे जीवन पर लिखी पुस्तक ‘द जॉय ऑफ क्राइसिस’ का विमोचन हुआ है।
इन पुस्तकों में अंग्रेजी संस्करण ‘द जॉय ऑफ क्राइसिस’ का लेखन अरनब मित्रा ने किया है और हिंदी संस्करण ‘संघर्ष का सुख’ का लेखन अखिलेश सौरभ ने किया है। इन पुस्तकों में एक सामान्य शुरुआत से लेकर विश्व की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था के शीर्ष तक पहुंचने के डॉ. अवस्थी संघर्ष और कामयाबी की गाथा है।
पुस्तकों के बारे में अपने संबोधन में इफको के चेयरमैन दिलीप संघाणी ने कहा कि पुस्तका शीर्षक ही अपने आप में रोचक है। जिस तरह से संघर्ष में सुख जैसी परिस्थिति को चरितार्थ करने वाले डॉ. अवस्थी जैसे कुछ विरले लोग ही होते हैं। छोटी आयु में ही पिता का साया उठने के बाद अपनी मात्रा को एक मजबूत स्तंभ की देखा और कदम दर कदम अपने को मुकाम पर आगे बढ़ते गये। संघाणी ने कहा कि मेरे डॉ. अवस्थी के साथ व्यक्तिगत अनुभव हैं जो उनकी आंतरिक शक्ति को साबित करते रहे हैं। कई मुश्किल मौकों पर जब लोगों को लगता है कि वह कैसे इनका सामना करेंगे तो हमने डॉ. अवस्थी को हर मौके पर मजबूत व्यक्तित्व के रूप में ही देखा और हर मुश्किल कोएक नायक की तरह पार करते हुए आगे बढ़े।
इफको के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से भी कई लोगों ने इस मौके पर इन पुस्तकों को केंद्र में रखते हुए डॉ. अवस्थी के बारे में अपने अनुभव साझा किये।
इस मौके पर पुस्तक के लेखकों ने भी पुस्तक लिखने के समय डॉ. अवस्थी के साथ काम करने के अपने अनुभव भी साझा किये। इन पुस्तकों में डॉ. अवस्थी के जीवन के विभिन्न महत्वपूर्ण अवसरों के चित्र हैं।