उर्वरक क्षेत्र की सबसे बड़ी राष्ट्रीय सहकारी संस्था इफको के नैनो डीएपी (तरल) प्लांट का उद्घाटन मंगलवार को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया। गुजरात के कलोल स्थित यह प्लांट नैनो डीएपी का दुनिया का सबसे पहला प्लांट है। इस प्लांट में 500 एमएल नैनो डीएपी के 2 लाख बोतलों का रोजाना उत्पादन होगा। नैनो डीएपी (तरल) प्लांट की यह यूनिट इफको के मौजूदा प्लांट परिसर में ही बनाया गया है।
इफको के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी देते हुए लिखा है, “आज इफको कलोल में इफको नैनो डीएपी संयंत्र का लोकार्पण केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं रसायन उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया भी इस मौके पर मौजूद रहे। यह संपूर्ण इफको परिवार के लिए गौरव का क्षण है।”
नैनो फर्टिलाइजर का विकास दुनिया में पहली बार इफको के ही वैज्ञानिकों ने किया है। इफको ने नैनो डीएपी (तरल) के अलावा नैनो यूरिया (तरल) भी बनाया है। नैनो यूरिया की बिक्री पहले से की जा रही है, जबकि नैनो डीएपी को इसी साल लॉन्च किया गया था। 500 एमएल वाले नैनो डीएपी बोतल की कीमत 600 रुपये रखी गई है। नैनो फर्टिलाइजर के विकास से भारत फर्टिलाइजर के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर होगा। इससे न सिर्फ उर्वरकों का आयात घटेगा, बल्कि बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी।