राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) अपने यूट्यूब चैनल 'सहकार कॉपट्यूब एनसीडीसी इंडिया' पर सहकारिता से जुड़े विषयों पर कार्यक्रम चला रहा है और वीडियो देश में युवाओं और किसानों के मध्य उनके करियर संबंधी मार्गदर्शन के चलते काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। जो युवाओं और किसानों को सहकारिता को आय के स्रोत के रूप में केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करने जुड़े विषयों पर केंद्रित हैं। राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम ने 27 मई, गुरुवार को आंध्र प्रदेश के युवाओं तक तेलुगु भाषा के माध्यम से अपनी पहुंच बनाने के क्रम में इसी तरह की एक और पहल शुरू की।
सहकारिताओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी सहित यह वीडियो सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध हैं, एनसीडीसी के यूट्यूब चैनल, 'सहकार कॉपट्यूब एनसीडीसी इंडिया' पर अपलोड किए गए हैं तथा युवाओं एवं सहकारी क्षेत्र में प्रवेश करने के इच्छुक लोगों के लिए यह केंद्रित हैं ।
डॉ. के राजेश्वर राव, विशेष सचिव, नीति आयोग ने आंध्र प्रदेश में सहकारी समितियों के गठन और पंजीकरण पर मार्गदर्शन वीडियो को ऑनलाइन लॉन्च करते हुए कहा कि इस तरह की पहल सहकारी समितियों को सुदृढ़ करने के साथ-साथ युवाओं तथा संभावित सहकारी समितियों को उनकी आय बढ़ाने में मदद करेगी, इस प्रकार यह देश की अर्थव्यवस्था में योगदान प्रदान करेगी । इन वीडियो का उद्देश्य देश में 10,000 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को बढ़ावा देने तथा सरकार द्वारा उठाए गए प्रमुख उपायों को सुदृढ़ करने के साथ इनकी जड़ों को मजबूत करना है ।
पिछले साल केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों एवं युवाओं को सहकारिता से लाभान्वित एवं प्रोत्साहित करने के लिए एनसीडीसी का यूट्यूब चैनल 'सहकार कॉपट्यूब एनसीडीसी इंडिया' लॉन्च किया था । उन्होंने एनसीडीसी द्वारा 'सहकारिता के गठन एवं पंजीकरण' पर 18 अलग-अलग राज्यों में जैसे ओडिया, बंगाली, गुजराती, तमिल, पंजाबी और मिजोरम सहित हिंदी के अलावा क्षेत्रीय भाषाओं में मार्गदर्शन वीडियो भी तैयार किए थे ।
डॉ. राव ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि एक ही स्थान पर दिशानिर्देश होना और स्थानीय भाषाओं में वीडियो लॉन्च करना एक अच्छा विचार है क्योंकि यह नए लोगों को इस क्षेत्र में आने के लिए प्रोत्साहित करेगा । "उस क्षेत्र विशेष के युवा भी इससे जुड़ाव महसूस करेंगे ।" डॉ. राव ने सुझाव दिया कि वीडियो को ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में संभावित सहकारिता के बीच लोकप्रिय बनाया जाए । उन्होंने कहा, "उम्मीद है कि यह ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रों तक जाएगा और अधिक से अधिक युवाओं को सहकारिताएं अपनी आकर्षित करेगा तथा अधिक से अधिक समितियों बनाएगा।"
इस अवसर पर कर्नल (डॉ.) बलजीत सिंह, मुख्य निदेशक, लिनाक-एनसीडीसी ने मुख्य अतिथि डॉ. राव का स्वागत करते हुए आशा व्यक्त की कि मार्गदर्शन वीडियो विशेष रूप से आंध्र प्रदेश में सहकारी समितियों के प्रचार और विकास में एक लंबा सफर तय करेगा ।
एनसीडीसी के टीचिंग फैकल्टी और मार्गदर्शन वीडियो पहल का मार्गदर्शन करने वाले एस.के टक्कर ने कहा कि मार्गदर्शन वीडियो का उद्देश्य युवाओं, महिलाओं एवं उन सभी तक पहुंचना है जो संभावित सहकारी व्यवसाय उद्यमी हो सकते हैं, उनका मार्गदर्शन करते हुए कि कैसे सहकारी समितियां राज्य-विशिष्ट विनियमों के संबंध में विशेष रूप से आंध्र प्रदेश में गठित और पंजीकृत किया जा सकता है ।इस ऑनलाइन कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश की विभिन्न सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों के अलावा किसान, कृषि विज्ञान केंद्र (केविके), क्लस्टर-आधारित व्यावसायिक संगठन (सीबीबीओ) और एनसीडीसी के अधिकारी शामिल हुए।