नई दिल्ली
ऐग्री लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी सोहन लाल कमॉडिटी मैनेजमेंट प्राइवेट लिमटेड (एसएलसीएम) ने अपने प्रॉपराइटरी ऐग्रीरीच अम्ब्रेला के अन्तर्गत कमॉडिटी क्वालिटी चैक अप पहला बीटा वर्शन मोबाइल ऐप ( क्यूसी ऐप) लांच किया है जिसकी मदद से यूजर्स इससे मिनटों में ही कमॉडिटी का मौके पर ही मूल्यांकन कर रिजल्ट प्राप्त कर सकते है,
अब यह क्यूसी ऐप यूजर्स के फीडबैक और रिव्यू के लिए उपलब्ध है। अभी इसका इस्तेमाल गेहूं की गुणवत्ता जांच के लिए किया जाएगा। इसके बाद में इस ऐप की क्षमता बढ़ाई जाएगी और फिर अन्य प्रमुख अनाज व दालों जैसे, मक्का,चावल, चना ग्वार, मूंग और अरहर की जांच हेतु इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। इससे जांचने में छलनी, तराज़ू आदि की जरूरत नहीं पड़ती या लैब टैस्टिंग के लिए नहीं ले जाना पड़ता।
एसएलसीएम के अनुसार क्यूसी ऐप के जरिए क्वालिटी चैक करना इतना ही आसान है जैसे एक फोटो खींचना । गेहूं के एक नमूने का फोटोग्राफ क्लिक कीजिए और ऐप के जरिए इसे जमा कीजिए। ऐप कई पैरामीटरों पर उसका विश्लेषण कर देगा और फिर प्रयोक्ता को फोटोग्राफिक साक्ष्य के साथ एक क्वालिटी रिपोर्ट देगा। कमॉडिटी का मूल्यांकन विभिन्न मापदंडों पर होता है जैसे क्षति, सिकुड़न, मुरझाया, अपरिपक्व अनाज, बाहरी पदार्थ तथा अन्य कई भौतिक पैरामीटर जैसे ऊंचाई, लंबाई, ग्रिड, रंग व पैटर्न। इन नतीजों की तुलना स्वचालित ढंग से बैकऐंड सिस्टम में पहले से फीड किए गए डाटा के साथ होती है। यह सिस्टम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व मशीन लर्निंग, पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के संयोजन का इस्तेमाल करते हुए,रियल टाईम आधार पर स्वयं को नियमित रूप से अपडेट करता रहता है।
इस अवसर पर एसएलसीएम ग्रुप के सीईओ संदीप सभरवाल ने कहा कि इस अभूतपूर्व ऐग्रीरीच मोबाइल क्वालिटी चैक ऐप को आधिकारिक रूप से लांच करने की मुझे बेहद प्रसन्नता है। यह ऐप इस उद्योग क्षेत्र से जुड़े सभी पक्षों जैसे प्रसंस्करण करने वालों, व्यापारियों, निर्यातकों,आयातकों, सरकारी एजेंसियों और वित्तीय संस्थानों के लिए हर प्रकार से उपयोगी है। हमारी इन-हाउस विशेषज्ञ टीम के 4 वर्षों के गहन अनुसंधान का परिणाम है। इस ऐप के जरिए पूरे सैंपल की क्वालिटी सिर्फ उसकी एक तस्वीर से मालूम की जा सकती है।
ऐप के तकनीकी पहलुओं पर एसएलसीएम के चीफ बिज़नेस ऑफिसर राकेश कुमार राणा ने कहा, ’ऐग्रीरीच ऐप का ज़मीनी स्तर पर उपयोग कमॉडिटी के क्वालिटी चैक की विश्वस्तता को बेहतर करने में मददगार साबित होगा और तत्काल प्राप्त क्यूसी नतीजों को सुरक्षित व पारदर्शी परिवेश में तुरंत प्रसारित किया जा सकेगा। मैनुअली काम करने की तुलना में इस तरीके से टर्नअराउंड टाइम अत्यंत घट गया है। एसएलसीएम प्रयासरत है कि 90 फीसदी सटीकता की दर हासिल की जा सके।