नई दिल्ली स्थित आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-आईएआरआई), उत्तर प्रदेश के मऊ स्थित आईसीएआर-भारतीय बीज विज्ञान संस्थान (आईसीएआर-आईआईएसएस) और प्लाज्मा वाटर सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक एमओयू (समझौता ज्ञापन) हुआ है। प्लाज्मा वाटर सॉल्यूशंस इंडिया तेजी से उभरती अमेरिकी एग्रीटेक कंपनी प्लाज्मा वॉटर सॉल्यूशंस (पीडब्ल्यूएस) इंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
इस समझौते पर आईसीएआर-आईएआरआई के ज्वाइंट डायरेक्टर (रिसर्च) डॉ. चिन्नुसामी विश्वनाथन, आईसीएआर-आईआईएसएस के डायरेक्टर डॉ. संजय कुमार और पीडब्ल्यूएस इंडिया की एमडी प्रज्ञा कालिया ने हस्ताक्षर किए। प्लाज्मा वॉटर सॉल्यूशंस की कोल्ड-प्लाज्मा तकनीक किसी भी स्रोत से पानी के निरंतर प्रवाह को बनाए रखते हुए वास्तविक समय में प्लाज्मायुक्त पानी (पीडब्ल्यू) में परिवर्तित करती है। पीडब्ल्यू तकनीक का उपयोग बीज उपचार, फसल स्प्रे और सिंचाई के लिए किया जाता है ताकि तेजी से और अधिक कुशल अंकुरण, त्वरित विकास, पौधों में बीमारी के ट्रांसमिशन को रोका जा सके और फसल चक्र के दौरान तनाव सहनशीलता को बढ़ाया जा सके।
एमओयू के तहत आईएआरआई और आईआईएसएस विभिन्न फसलों के बीज उपचार का मानकीकरण करेंगे, मानकीकृत बीज उपचारों को विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शनों और फील्ड परीक्षणों के जरिये सत्यापित करेंगे और रिसर्च के तहत डाटा तैयार करेंगे। इसके तहत पीडब्ल्यू के उपचार के मानकीकरण, प्रदर्शन मूल्यांकन और फील्ड प्रदर्शन के जरिये गेहूं, सरसों, मसूर और टमाटर की फसलों को ज्यादा गर्मी और सामान्य परिस्थितियों में प्लांटिंग वैल्यू को बढ़ावा दिया जाएगा।
जर्मनी की दो टीमों की सराहना करते हुए प्लाज्मा वॉटर सॉल्यूशंस इंक के प्रेसीडेंट और सीईओ रॉबर्ट हार्ड्ट ने कहा, "हमारी तकनीक विज्ञान आधारित है। हम अपने सभी अनुसंधान एवं विकास प्रयासों में ग्राहकों को केंद्र में रखते हुए वैश्विक स्तर पर अग्रणी विज्ञान और अनुसंधान संस्थानों के साथ हाथ मिलाकर निरंतर सुधार में विश्वास करते हैं। हमें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) से जुड़ने पर बेहद गर्व है। हम भारतीय किसानों के पक्ष में काम करना चाहते हैं।'
डॉ. विश्वनाथन ने कहा कि जलवायु स्मार्ट टिकाऊ तरीके से उत्पादकता बढ़ाना आईएआरआई का एक प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने कहा, "हम फसल उत्पादकता बढ़ाने और टिकाऊ बनाने के लिए पीडब्ल्यू तकनीक की उपयोगिता का अध्ययन करने के लिए पीडब्लूएस इंडिया के साथ इस तकनीक पर काम करने को लेकर उत्सुक हैं।"
इस अवसर पर प्लाज्मा वॉटर सॉल्यूशंस इंडिया की एमडी प्रज्ञा कालिया ने कहा, “यह भारत के छोटे किसानों के लिए हमारी तकनीक को प्रभावी बनाने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है। आईसीएआर साझेदारी के माध्यम से हम न केवल प्राकृतिक खेती और उत्पादकता के लिए अपनी तकनीक के लाभों को मान्य और प्रदर्शित करेंगे, बल्कि विभिन्न कृषि-जलवायु स्थितियों और स्थानीय प्रथाओं पर विचार करते हुए प्रयोगों का मानकीकरण भी करेंगे।