देश की प्रमुख कृषि रसायन कंपनियों धानुका एग्रीटेक 10 करोड़ रुपये के निवेश के साथ ने हरियाणा के पलवल में एकआधुनिक कृषि अनुसंधान और विकास केंद्र स्थापित किया है। चार नवंबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर धानुका एग्रीटेक रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सेंटर' का उद्घाटन करेंगे। .
धानुका द्वारा स्थापित सेंटर कृषि क्षेत्र के सभी शिक्षकों, शोधकर्ताओं और अन्य हितधारकों के लिए खुली रहेगी। इस सेंटर में आर्गेनिक सिंथेसिस लैब,एनाटिकल लैब ,फार्मुलेशन लैब ,स्वायल एंड वाटर एनालसिस लैब,तकनीकी प्रयोगशाला, बॉयो-पेस्टीसाइड लैब,बोटेनिकल लैब, इंसेक्ट रेयरिग लैब और प्रशिक्षण केंद्र की सुविधा है।
इस सेंटर में भारतीय कृषि के सतत विकास की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों को हल करने के लिए स्वदेशी और आधुनिक रिसर्च की जाएगी। धानुका का आर एंड डी सेंटर आधुनिक विस्तार रणनीतिक योजना से कई तरह से लाभान्वित करेगा। इन तकनीकों का उपयोग करके किसान अपने कृषि उत्पादन को बढ़ाने में सक्षम होंगे।
धानुका का अनुसंधान और विकास केंद्र कृषि क्षेत्र के शोधकर्ताओं को वैज्ञानिक अध्ययन करने का अवसर भी प्रदान करेगा। यहां किसान पानी, की जांच , मिट्टी की जांच बायो-पेस्टीसाइड जांच का लाभ भी उठा सकेंगे।
इसके बारे में धानुका ग्रुप के चेयरमैन आर जी अग्रवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हम कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक और अनुसंधान आधारित सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने का प्रयास कर रहे हैं। हमारा यह नया शोध केंद्र इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान करेगा। यह सुविधा किसानों और शोधकर्ताओ के लिए खुली है। जहां हम ड्रोन को भी प्रभावी औऱ खेती प्रेसीजन तकनीकों जैसी आधुनिक तकनीकों के माध्यम से किसानों की उत्पादकता बढ़ाने में मदद कर सकेंगे। यह कृषि नीति निर्धारकों और कृषि वैज्ञानिकों के लिए कारगर होगा जो सही सलाह देकर किसानों और पूरे कृषि क्षेत्र को लाभान्वित कर सकेंगे।
शोध केंद्र के उद्घाटन कार्यक्रम में हरियाणा के कृषि मंत्री जे.पी. दलाल सहित, भारत सरकार के विद्युत और भारी उद्योग राज्य मंत्री,कृष्ण पाल गुर्जर, चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बी.आर कंबोज, महाराणा प्रताप हार्टीकल्चर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ समर सिंह सहित कृषि से जुड़े कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।