बहुराष्ट्रीय कमोडिटी ट्रेडिंग कंपनी कारगिल ने आंध्र प्रदेश के नेल्लोर स्थित खाद्य तेल रिफाइनरी का अधिग्रहण किया है। खाद्य तेल रिफाइनरी के अधिग्रहण और विकास के लिए कारगिल 35 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी। कंपनी ने कहा है कि इससे दक्षिण भारत की खाद्य तेल उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी होगी और खाद्य तेल की बढ़ती मांग को मौजूदा आपूर्ति श्रृंखला में मजबूती मिलेगी।
अधिग्रहित की गई रिफाइनरी के कंपनी सुविधाओं के साथ मई 2022 में चालू होने की उम्मीद है। इस अधिग्रहण पर कारगिल के खाद्य तेल बिजनेस के प्रबंध निदेशक पीयूष पटनायक ने कहा कि हमने भारत में खाद्य तेलों के कारोबार में अच्छी वृद्धि की है और इस अधिग्रहण से दक्षिण भारत में हमारे विस्तार को और बल मिलेगा। यह कदम भारत देश में हमारी ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
नई अधिग्रहित की गई रिफाइनरी से कारगिल को रिफाइंड पॉम तेल, वनस्पति और सूरजमुखी तेल की आपूर्ति करने में फायदा मिलेगा। यह सुविधा कारगिल को खाद्य तेल ब्रांडों का उत्पादन और पैकेज करके अपने खुदरा विक्रेताओं बेकरी और खाद्य सेवा ग्राहकों को बेहतर सेवा देने का मौका देती है। इस रिफाइनरी के चलते कारगिल आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में अपनी सर्विस का विस्तार कर सकती है।
पटनायक ने कहा, "हम लगातार अपने बिजनेस को मॉडर्न बनाने काम कर रहे है और अपनी सेवाओं के विस्तार पर निवेश कर रहे हैं। यह अधिग्रहण एशिया के लिए हमारे अनुरूप और स्थानीय बाजार दृष्टिकोण के हमारे अनुरूप है और इससे खाद्य और कृषि में क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी।
कारगिल ने 2001 से भारत में अपना खाद्य तेल कारोबार शुरू किया था। यह खाद्य उद्योग के साथ-साथ घरेलू उपभोक्ताओं की जरूरत को पूरा करने के लिए देश में उत्पादित और आयातित खाद्य तेलों और वसा की एक विस्तृत श्रृंखला को संसाधित, परिष्कृत और मार्केटिंग करती है। इसके ब्रांड में नेचरफ्रेश, जेमिनी, स्वीकर, लियोनार्डो, रथ और सनफ्लावर जैसे प्रमुख खाद्य तेलों और वसा ब्रांड शामिल हैं ।