आज एग्रीटेक वेंचर कैपिटल फर्म ओमनीवोर ने एग्रीटेक स्टार्ट-अप इरुवाका को न्यूट्रेको को बेचने की घोषणा की। यह भारतीय एग्रीटेक में अब तक की सबसे बड़ी ब्रिक्री डील है। विजयवाड़ा स्थित इरुवाका क्लाउड-आधारित आर्टिफिशियल इंटिजिलेंस तकनीक (एआई ) के जरिए एक्वाकल्चर औऱ फिश पॉन्ड्स मैनेजमेंट में सटीक प्रबंधन और स्मार्ट फीडिंग पर काम करती है। इस डील के जरिए न पशुओं के पोषण उत्पादों और एक्वाकल्चर में अग्रणी ग्लोबल प्लेयर न्यूट्रेको ने इरुवाका में बड़ी हिस्सेदारी हासिल कर ली है। न्यूट्रेको द्वारा इरुवाका के अधिग्रहण से इसके एक्वाकल्चर बिजनेस स्क्रेटिंग को विश्व स्तर पर एक्वाकल्चर फारमर्स को ऑन-फार्म सॉफ्टवेयर और स्मार्ट उपकरण बेचने की की क्षमता आएगी।
इरुवाका एक्वाकल्चर टेक्नोलॉजी पर किसानों के जोखिम को कम करने और उत्पादकता बढ़ाने के लिए ऑन-फार्म उपकरण और एक्वाकल्चर में बेहतर प्रबंधन, निगरानी और स्वचालित सेंसर, मोबाइल कनेक्टिविटी और सटीक निर्णय लेने वाले एकीकृत उपकरण विकसित करती है। एक्वाकल्चर में प्रौद्योगिकी के उपयोग में तेजी लाना इरुवाका मिशन है । यह किसानों को उनके तालाबों की बेहतर तरीके से निगरानी करने और उन्हें टिकाऊ बनाने के लिए उनके उत्पादन लागत को कम करने में मदद करता है।
न्यूट्रेको न्यूट्रेको ट्रू न्यूट्रिशन के माध्यम से पशुधन फ़ीड में और स्केरेटिंग के माध्यम से एक्वाकल्चर में ग्लोबल प्लेयर है ।न्यूट्रेको प्राइज चैन में अगली पीढ़ी के सफल नवाचारों को पहचानने, विकसित करने और निवेश करने के लिए काम करती है यह कम्पनी 100 से अधिक सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही है ।
ओमनिवोर ने 2013 में इरुवाका में निवेश किया था। इसके एक साल पहले इस स्टार्ट-अप को श्रीराम रवि द्वारा शुरू किया गया था, जो पहले सेमीकंडक्टर्स अनुभवी इंजीनियर थे। रवि का मानना है कि दुनिया भर में झींगा पालन वाले किसान तालाब प्रबंधन संबधी कार्यों में ज्यादा मेहनत और संघर्ष कर रहे हैं। इस क्षेत्र में सुधार के लिए उन्होंने इंटरनेट आफ थिंग्स (आईओटी) के जरिए इसके प्रंबधन और विकास के लिए काम करना शुरू किया।
कुछ ही साल के भीतर आंध्र प्रदेश के इस स्टार्टअप ने इक्वेडोर, होंडुरास और मैक्सिको सहित कई देशों में अपने टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन के लिए मांग पैदा कर ली। इरुवाका वित्तीय वर्ष 2018-19 से मुनाफे में रही है और वित्तीय साल 2017-18 से इसने 168.5 फीसदी की कंपाउंड दर से कमाई में वृद्धि हासिल की है।
इसकी ब्रिकी हो जाने पर इरुवाका के संस्थापक श्रीराम रवि ने कहा कि मैं विजयवाड़ा में अपनी उत्कृष्ट टीम का बहुत आभारी हूं, जिन्होंने मेरे विजन में भरोसा जताते हुए एरुवाका को सटीक एक्वाकल्चर तकनीक में ग्लोबल लीडर बनाने मजबूती से काम किया। हमारे उपर विश्वास करने और इरुवाका को इस क्षण तक मार्गदर्शन देने के लिए हम ओमनिवोर के आभारी हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि इरुवाका न्यूट्रेको के नेतृत्व में फल-फूलेगा। जिससे दुनिया भर में एक्वाकल्चर फार्मों में डिजिटलीकरण होगा और मजबूती आएगी।
ओमनीवोर के मैनेजिंग पार्टनर मार्क कान ने भी कहा कि एरुवाका मेक इन इंडिया का अच्छा उदाहरण है जो विश्व स्तर पर एक्वाकल्चर फार्मरस को मार्डन एग्रीटेक तकनीक प्रदान करता है।न्यूट्रेको द्वारा इरुवाका के अधिग्रहण के साथ भारतीय एग्रीटेक इकोसिस्टम ने अपना पहला बड़ा ब्रिकी डील है।और आने वाले वर्षों में और भी बहुत कुछ होगा। यह ओमनिवोर के लिए, इरुवाका के लिए और भारत में एग्रीटेक के लिए बहुत गर्व का क्षण है।
इस अवसर पर न्यूट्रेको के सीईओ फुल्को वान लेडे ने कहा कि हम उन सभी के आभारी हैं जिनके ज्ञान और दूरदर्शिता ने आज इरुवाका को यहां तक पहुंचाया है और विशेष रूप से कंपनी के समर्पित कर्मचारी इसकी सबसे मूल्यवान संपत्ति है। उन्होंने कहा इसके संस्थापक श्रीराम रावी, जिन्होंने न केवल मूल अवधारणा का आविष्कार किया है बल्कि जिनकी दूरदृष्टि और अभियान इसे सफलतापूर्वक बाजार में लाया और हम अपनी इस टीम के साथ इरुवाका को और विकसित करने की आशा कर रहे हैं।