इंटेलीकैप और ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया फाउंडेशन (टीआरआईएफ) ने एक राष्ट्रीय कार्बन फाइनेंस प्लेटफॉर्म लॉन्च करने की घोषणा की है, जो छोटे किसानों को टिकाऊ कृषि-वानिकी, जलवायु के अनुसार स्मार्ट कृषि और अन्य गतिविधियों के लिए मदद करेगा। जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होने की संभावना है। इसके लिए यह दस लाख से अधिक छोटी जोत वाले किसानों के साथ काम करेगा। जिन्हें जलवायु-स्मार्ट कृषि और कृषि वानिकी के लिए सहायता और प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
वैश्विक स्तर पर सामुदायिक आर्थिक विकास, बेहतर स्वास्थ्य , जैव विविधता वृद्धि, लैंगिक समानता आदि जैसे लाभ देने वाली परियोजनाओं से कार्बन क्रेडिट की मांग बाजार में बढ़ रही है। हालांकि भारतीय लोगों में कार्बन उत्पादक जलवायु कार्बन वित्तपोषण सिस्टम के बारे में कम जागरूकता, उच्च गुणवत्ता वाली कार्बन परियोजनाओं को डिजाइन और कार्यान्वित करने की सीमित तकनीकी क्षमता है औऱ इसके प्रति कानूनी व्यवस्था पर लोगों मे स्पष्टता की कमी के कारण इस लाभ नही ले पाते हैं।इसलिए एक ऐसे प्लेटफार्म की जरूरत है जो स्वेच्छा से कार्बन को कम करने के लिए छोटे किसानों की क्षमता को बढ़ाए।
नया लॉन्च किया गया यह प्लेटफॉर्म विभिन्न प्रकार के कार्बन प्रोजेक्ट जैसे, कृषि वानिकी, स्वच्छ खाना पकाने, अपशिष्ट प्रबंधन, इत्यादि और उनके लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करके छोटे किसानों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। साथ ही उच्च डिजाइन और कार्यान्वयन की तकनीकी क्षमता को बढ़ाएगा। बड़े पैमाने पर गुणवत्ता वाली कार्बन परियोजनाएं, कार्बन परिसंपत्तियों के मुद्रीकरण में मदद करना और परियोजनाओं के पूर्व-वित्तपोषण, कार्बन लाभ साझा करने के लिए उचित प्रक्रिया मानक स्थापित करनेगा। एक बेहतर वाटरशेड, कूलर माइक्रॉक्लाइमेट, मिट्टी के कटाव की रोकथाम के माध्यम से छोटे किसान समूहों तो जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता लाकर सुधार करना है और जैव विविधता को बढ़ाना इसका मकसद है।
टीआरआईएफ विभिन्न प्रकार की कार्बन ऑफसेट परियोजनाओं को पंजीकृत करेगा जिसमें छोटे किसान भाग लेने के लिए तैयार होंगे और स्वच्छता कार्बन बाजार में एक स्वतंत्र कार्बन क्रेडिट तंत्र के तहत उत्पन्न होने वाले कार्बन क्रेडिट के मुद्रीकरण से लाभान्वित होंगे। वैश्विक स्वैच्छिक कार्बन बाजार 2050 तक 200 अरब डॉलर का होने की उम्मीद है।
टीआरआईएफ इस मंच को लॉन्च करने के बारे में उत्साहित हैं जो छोटे किसानों और कमजोर समुदायों की आय में वृद्धि सुनिश्चित करने के साथ-साथ भारत को अपने शुद्ध शून्य लक्ष्यों को स्थायी रूप से प्राप्त करने में सहायता करते हुए उचित मूल्य प्रदान करेगा।ज बकि जलवायु वित्त और कार्बन वित्त उद्यमों और बड़े कॉरपोरेट्स के लिए जलवायु कार्रवाई के वित्तपोषण का एक प्रमुख स्रोत बन रहे छोटे किसानों को उन परियोजनाओं के लिए जलवायु वित्त तक पहुंच प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है । इस मंच का उद्देश्य जलवायु वित्त औऱ कार्बन वित्त के लिए इन छोटे जोत वाले किसानों का मार्गदर्शक करके उनको इस क्षेत्र में अग्रणी बनाना है।
एग्री एंड क्लाइमेट, इंटेलेकैप के प्रबंध निदेशक संतोष के. सिंह ने कहा कि हम छोटे किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें जलवायु-स्मार्ट कृषि में पारंगत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह प्लेटफॉर्म उन कॉरपोरेट्स और अन्य हितधारकों की भी मदद करता है जो कार्बन के शून्य लक्ष्यों के लिए प्रतिबद्धहैं और परियोजनाओं से अपने अवशिष्ट कार्बन पदचिह्नों को ऑफसेट करना चाहते हैं जो न केवल उन्हें कार्बन उत्सर्जन में कमी देते हैं बल्कि स्थानीय समुदायों को सशक्त और लाभान्वित करते हैं।
इंटेलीकैप, आविष्कार समूह का एक हिस्सा है जो एक टिकाऊ और न्यायसंगत समाज बनाने और जरूरी वित्त पोषण करने के लिए सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र निर्माण में अग्रणी है। टीआरआईएफ ग्रामीण जीवन के मानकों में बड़ा परिवर्तन लाने के लिए पहल करने वाली संस्था है।