नई दिल्ली
आदित्य बायोइनोवेशन को बेस्ट एग्रीन इनोवेटिव एग्री स्टार्ट-अप का अवार्ड मिला है। यह अवार्ड एग्री फूड एम्पावरिगं इंडिया अवार्ड्स, 2021 में फसलों में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों पर निर्भरता करने के लिए नैनो टेक्नोलॉजी आधारित हर्बल बेस प्लांट प्रोटेक्टर और बॉयो उत्प्ररेक विकसित करने के लिए दिया गया।
यह पुरस्कार भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के तहत दिया गया है। नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने आदित्य बायोइनोवेनसन को यह अवार्ड प्रदान किया।
आदित्य बायोइनोवेशन को कृषि इनपुट के क्षेत्र में प्लांट बेस इनोवेशन और साल्यूशंस के लिए के लिए यह पुरस्कार दिया गया है जो पौधों में रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता को 50 फीसदी तक कम करते हैं। इन उत्पादों की कम मात्रा का इस्तेमाल करना होता है और यह बेहतर नतीजे देने के साथ ही पर्यावरण के अनुकूल और किसानों के लिए किफायती हैं।
इस उपलब्धि पर बायोइनोवेशन के सह-संस्थापक और तकनीकी सलाहकार, डॉ सुरज्योति बागची और इसके निदेशक, विकास गुप्ता ने कहाकि यह पुरस्कार भारत में नवीन, पर्यावरण के अनुकूल कृषि आदानों की दिशा में हमारे प्रयासों की स्वीकृति है जो हमारे लिए खुशी की बात है। इससे भारत में जैविक खेती में आगे काम करने की प्रेरणा मिलेगी। हम आगे चाय और कॉफी के प्लांट प्रोटेक्शन के समाधान के लिए काम कर रहे हैं क्योंकि इनमें हानिकारक कीटों से ज्यादा नुकसान होता है। हमारा लक्ष्य भारत में कृषि विकास में योगदान देना है। उन्होंने ने कहा कि हमारे स्टार्ट-अप का उद्देश्य अपने इनोवेशन के माध्यम से छोटे किसानों के सशक्तिकरण में योगदान औऱ उनके समस्याओं का समाधान करना है।
आदित्य बायोइनोवेशन की स्थापना तीन उद्यमियों द्वारा साल 2017-18 में की गई थी। इस स्टार्ट- अप ने साल 2019 में अपने उत्पादों का व्यावसायीकरण किया। इस स्टार्ट-अप को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में इनक्यूबेट किया गया था और 2020-21 में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय से इनको अनुदान प्राप्त हुआ।
आदित्य बायोइनोवेशन ने अपने पोर्टफोलियो में नौ उत्पादों के साथ 2019-20 में अपने दो उत्पादों के लिए भारतीय पेटेंट प्राप्त किए हैं। इसके उत्पादों में बायो स्टिमुलेंट कोहिनूर गोल्ड, एंटी-बोरर सुजलम और एंटीफंगल निवारण शामिल हैं।